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लखनऊ में Coronavirus ने ली 31 जान, केजीएमयू में 120 व लोहिया में छह समेत 4444 संक्रमित

संक्रमण बढ़ने के साथ ही साथ कोरोना रिपोर्ट आने में भी मरीजों को मुश्किल आ रही है। ज्यादातर निजी लैब में जांच बंद हो चुकी है। जो खुली भी है उनमें पहले से अप्वाइंटमेंट व टोकन लेना पड़ रहा है। वहीं सरकारी अस्पतालों में जांच कम कर दी गई है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 12:32 AM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 08:13 AM (IST)
लखनऊ में Coronavirus ने ली 31 जान, केजीएमयू में 120 व लोहिया में छह समेत 4444 संक्रमित
केजीएमयू में अब तक ढाई सौ से ज्यादा डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ चपेट में।

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना की तेज़ रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को केजीएमयू समेत राजधानी में बड़ा कोरोना विस्फोट हुआ है। जानकारी के अनुसार केजीएमयू में 120 और डॉक्टर व स्टाफ संक्रमित हो गए हैं। वहीं लोहिया संस्थान में भी तीन टेक्नीशियन, तीन नर्स पॉजिटिव पाए गए हैं। इस प्रकार लखनऊ में बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड 4444 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं। वायरस ने इस दौरान 31 लोगों की जिंदगी छीन ली है। एक अप्रैल से अब तक करीब 120 मरीजों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है। इससे संक्रमण की भयावहता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

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913 लोग एक ही दिन में हुए संक्रमण मुक्त : संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच एक ही दिन में शनिवार को 913 लोग डिस्चार्ज किए गए। यह आंशिक सुकून देने वाली खबर रही। ज्यादातर लोग होम आइसोलेशन में ही रहकर कोरोनावायरस को मात दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम आइवरमेक्टिन, एजिथ्रोमायसिन, हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन व विटामिन सी इत्यादि दवाओं की किट घर-घर पहुंचा रही है।

सक्रिय मरीजों की संख्या पहुंची 20 हज़ार के पार : पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के चलते सक्रिय कोरोना मरीजों की तादाद बढ़कर 20195 हो गई है। करीब एक महीने के दौरान 20000 मरीज बढ़ गए हैं। जबकि दो मार्च तक यह संख्या 200 के करीब आ गई थी।

तीन-चार दिनों से मरीजों को कोरोना रिपोर्ट का इंतजार : संक्रमण बढ़ने के साथ ही साथ कोरोना रिपोर्ट आने में भी मरीजों को मुश्किल आ रही है। ज्यादातर निजी लैब में जांच बंद हो चुकी है। जो खुली भी है उनमें पहले से अप्वाइंटमेंट व टोकन लेना पड़ रहा है। वहीं सरकारी अस्पतालों में जांच कम कर दी गई है। इससे 5 से 6 घंटे तक मरीज लाइन में लग रहे हैं। अगर किसी तरह जांच हो भी गई तो रिपोर्ट आने में 3 से 4 दिनों का वक्त लग रहा है। एसजीपीजीआइ में 8 अप्रैल को अपना नमूना देने वाले राजीव की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। इसी तरह केजीएमयू में 9 अप्रैल को अपना नमूना देने वाले राधेश्याम को भी कोरोना रिपोर्ट का इंतजार है।


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