कोरोना संक्रमण को न्योता देने से बाज नहीं आ रहे निजी स्कूल, लखनऊ के हारनर कालेज में जुटी भीड़
महानगर स्थित हारनर कालेज में राष्ट्रीय ताइक्वांडो कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। यहां ताइक्वांडो प्रशिक्षकों समेत मौजूद पुलिस कर्मियों द्वारा सेल्फी लेने के दौरान कोविड प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाई गईं। इस दरम्यान अधिकांश ने न तो मास्क पहना था और न हीं शारीरिक दूरी का ध्यान रखा।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से खतरे का ग्राफ रोजाना बढ़ रहा है, बावजूद इसके निजी स्कूल अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। शनिवार को ऐसी ही कारस्तानी महानगर स्थित हारनर कालेज की रही। स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में कोरोना सतर्कता को लेकर जारी दिशा निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गईं। स्कूलों की यह ढीठता तब हैं, जब जिला प्रशासन द्वारा एक दिन पूर्व दो स्कूलों को सील करने की कार्रवाई की गई थी। दरअसल, शुक्रवार को महानगर स्थित हारनर कालेज में राष्ट्रीय ताइक्वांडो कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। यहां ताइक्वांडो प्रशिक्षकों समेत मौजूद बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों द्वारा सेल्फी लेने के दौरान कोविड प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाई गईं।
इस दरम्यान अधिकांश ने न तो मास्क पहना था और न हीं शारीरिक दूरी का ध्यान रखा। गंभीर बात रही स्कूल की प्रिंसिपल माला मेहरा भी कोविड प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाती मिलीं। इस बावत माला मेहरा का कहना है कि राष्ट्रीय ताइक्वांडो पर आयोजित कार्यक्रम के लिए स्कूल का हाल मांगा गया था। मुझे तो उन लोगों ने जबरदस्ती बुला लिया था। फिर उन्हीं लोगों ने कहा कि मैडम एक फोटो हो जाए। फोटोशूट के दौरान फोटोग्राफर ने कहा कि मास्क हटा लीजिए तो मैंने मास्क हटा लिया, वरना मैं तो हमेशा गले में मास्क लगाए रखती हूं।
उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड के तीन विश्वविद्यालयों में सीएमएस छात्र चयनित : सिटी मांटेसरी स्कूल, गोमती नगर (द्वितीय परिसर) के छात्र अक्षत अरोड़ा ने उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड के तीन विश्वविद्यालयों में चयनित होकर लखनऊ का मान बढ़ाया है, जिनमें इंग्लैंड की यूनिवॢसटी आफ पोट्र्समाउथ, किंग्स कालेज, लंदन एवं यूनिवॢसटी आफ साउथम्पटन शामिल है। अक्षत ने इस सफलता का श्रेय सीएमएस के शिक्षकों को दिया है। सीएमएस के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि प्रतिवर्ष सीएमएस के 100 से अधिक मेधावी छात्र विश्व के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा हेतु चयनित होते हैं। इस वर्ष अभी तक लगभग 50 से अधिक छात्र अमेरिका, इंग्लैंड, कनाडा, आस्ट्रेलिया, जापान, सिंगापुर, जर्मनी आदि विभिन्न देशों के ख्यातिप्राप्त विश्वविद्यालयों में चयनित हो चुके हैं, जिनमें से अधिकतर को स्कालरशिप प्राप्त हुई है।