COVID Protocol in Ramadan 2021: रमजान में कोविड प्रोटोकॉल की अपील, मौलाना फरंगी महली बोले-सभी लोग मास्क पहनें
COVID Protocol in Ramadan 2021मौलाना फरंगी महली ने कहा कि अब तो रमजान में भी कोविड प्रोटोकॉल का अमल करें। अपनी सेहत का ध्यान रखें और अन्य लोगों को भी इसके कहर से बचाने की खातिर सभी जगह पर कोविड प्रोटोकॉल पर पूरी तरह से पालन करें।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते कहर के बीच में ही रमजान का पाक महीना शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर धर्म गुरू मौलाना खालिद राशिद फरंगी महली ने एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने सभी से अपील की है कि जहां पर भी इन दिनों नाइट कर्फ्यू लगा है, वहां पर अपने सभी काम निर्धारित समय पर निपटा लें।
मौलाना फरंगी महली ने कहा कि अब तो रमजान में भी कोविड प्रोटोकॉल का अमल करें। अपनी सेहत का ध्यान रखें और अन्य लोगों को भी इसके कहर से बचाने की खातिर सभी जगह पर कोविड प्रोटोकॉल पर पूरी तरह से पालन करें। मौलाना ने कहा कि सभी नमाजी नाइट नाइट कर्फ्यू शुरू होने से पहले घर पहुंच जाएं। कहीं पर भी मस्जिद में सौ से अधिक लोग एकत्रित न हों। हर मस्जिद में मास्क लगाकर ही प्रवेश करें। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से ख्याल रखें। कहीं पर भी इफ्तार में भी 100 से अधिक लोग जमा न हों।
मौलाना खालिद रशीद ने लोगों से अपील की है कि रमजान के दौरान सभी मस्जिदों में कोरोना नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पहली बार शुरू होने जा रहे रमजान को लेकर हम सभी को बेहद सतर्कता बरतनी है। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों और नाइट नाइट कर्फ्यू को देखते हुए ही सभी कार्यक्रम पहले से तय कर लें। नाइट नाइट कर्फ्यू का ध्यान रखते हुए सही वक्त में ईशा की नमाज पढ़ाई जाए। इशा की नमाज के बाद तरावीह पढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी मस्जिद में डेढ़ पारे से ज्यादा न पढ़ा जाए। इसके अलावा किसी भी मस्जिद में एक वक्त में 100 से ज्यादा लोग इकट्ठा न हो।
कोरोना के खात्मे की दुआ करें: मौलाना ने कहा कि इस बार रमजना में सभी लोग मस्जिदों में मास्क लगाकर ही प्रवेश करें। इस दौरान सेनिटाइजर का प्रयोग करें और सभी जगह फिजिकल डिस्टनसिंग का पालन करें। सेहरी में लाउड स्पीकर का इस्तेमाल न करें। सेहरी और इफ्तार में लोग कोरोना के खात्मे की दुआ करें।
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि इस बार 12 अप्रैल को रमजान का चांद देखा जाएगा। अगर 12 अप्रैल को चांद नहीं दिखा तो 14 अप्रैल को पहला रोजा होगा। अगर 12 को अगर चांद दिख जाता है तो पहला रोजा 13 अप्रैल को होगा, नहीं तो 14 अप्रैल को होगा।