प्रवासी दिव्यांगों को मिलेगा रोजगार का सहारा, ब्लॉक स्तर व शहर में शुरू होगा परीक्षण
लखनऊ में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में एक साथ आज चलेगा परीक्षण अभियान प्रवासी दिव्यांगों को दिया जाएगा रोजगार।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। कोरोना संक्रमण काल में प्रवासी श्रमिकों को गांव में रोजगार देने की कवायद के बीच दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग भी प्रवासी दिव्यांगों को रोजगार और पेंशन देने की तैयारी कर रहा है। एक जून से ब्लॉक स्तर से लेकर शहरी क्षेत्रों में परीक्षण के साथ ही पूर्व में पेंशन पाने वाले दिव्यांगों का परीक्षण शुरू हो जाएगा। ग्रामीण और शहरी क्ष्रेत्रों से आने वाले प्रवासियों की सूची तैयार हो चुकी है।
विभाग की ओर से दिव्यांगों का डाटा तैयार किया जाएगा। आधारकार्ड के साथ तकनीकी योग्यता, पारिवारिक स्थिति के साथ ही काम की स्थिति की ब्योरा लिया जाएगा।
मिलेगा पेंशन का लाभ
परीक्षण के उपरांत पात्र दिव्यांगों को पेंशन का लाभ दिया जाएगा। वर्तमान में राजधानी में 18 हजार से अधिक पंजीकृत दिव्यांग हैं जिनको 500रुपये महीने का लाभ दिया जाता हैं। इसके साथ ही ऐसे दिव्यांग जिनका दिव्यांगता होने के बावजूद प्रमाण पत्र नहीं बना है, उनका दिव्यांग प्रमाण पत्र जिला मुख्य चिकित्साधिकारी के माध्यम से बनवाया जाएगा।
मिलेगी स्वराेजगार की ट्रेनिंग
दिव्यांगाें को अपना स्वयं का रोजगार करने के लिए ट्रेनिंग के साथ ही उन्हें अनुदान भी दिलाया जाएगा। दुकान खोलने के लिए आर्थिक मदद देकर दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत सौभाग्य फाउंडेशन की ओर से भी उन्हें ट्रेनिंग देकर रोजगार से जोड़ा जाएगा। फाउंडेशन के प्रबंधक अमित मेहरोत्रा ने बताया कि सभी दिव्यांगों को रोजगारपरक निश्शुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी। महिला दिव्यांगोंं को भी समाज की मुख्य धारा से जोड़कर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने लायक बनाया जाएगा।
सेवायोजन कार्यालय में होगा पंजीयन
पढ़े लिखे दिव्यांग बेरोजगार जो दाेबारा शहर से बाहर नहीं जाना चाहते उनका सेवायोजन विभाग में पंजीयन कराया जाएगा और संस्थानों में नौकरी दिलाने का प्रयास किया जाएगा। सहायक निदेशक सेवायोजन सुधा पांडेय ने बताया कि पंजीयन के लिए दिव्यांगों को लालबाग स्थित क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में अाने की जरूरत नहीं है। दिव्यांग सेवायोजन विभाग की वेबसाइट sewayojan.up.nic.in से घर बैठे निश्शुल्क ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैंं। पंजीकृत दिव्यांगों को प्राइवेट और सरकारी संस्थाओं की मांग के अनुरूप रोजगार दिया जाएगा।
जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी केके वर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार की प्राथमिका प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देना है। इसी मंशा के तहत एक जून से 15 दिनों का ब्लॉक और शहर स्तर पर पंजीयन अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत प्रवासी दिव्यांगों को रोजगार से जोड़कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा। योग्तया के अनुरूप स्वरोजगार आैर पेंशन दिलाई जाएगी।