Lockdown Coronavirus Day-13: न हों परेशान, बाजार में भरपूर है राशन-प्रशासन की ओर से निर्धारित ये भाव
Lockdown Coronavirus Day-13 राशन बेवजह न करें जमा ज्यादा खरीदारी पर मुनाफाखोर उठाएंगे लाभ।
लखनऊ, जेएनएन। Lockdown Coronavirus Day-13: बाहर की मंडियों से दाल, सब्जियों की आवक सामान्य होने के साथ ही मिलों तथा मंडियों में राशन भी तेजी से पहुंचने लगा है। हालत ये है कि अब लॉकडाउन अवधि की कौन कहे, एक माह से अधिक का राशन डीलर, मिलों और मंडियों में उपलब्ध है। ऐसे में मंडी प्रशासन का कहना है कि माल का स्टॉक न करें। सभी चीजें प्रचुर मात्र में उपलब्ध हैं। मिलों में 33,472 क्विंटल दाल, 63,763 क्विंटल चावल थोक और स्टॉकिस्ट के यहां पड़ा है। यही हाल आटे का है। रविवार तक करीब साढ़े चार हजार क्विंटल आटा फ्लोर मिलें बाजार में जारी कर चुकी थीं।
चीनी और दूध की भी कमी नहीं
इसके अलावा विभिन्न ब्रांड का सैकड़ों लीटर सरसों तेल, रिफाइंड, दो हजार से अधिक बोरी चीनी की उपलब्धता बाजार में है। संतरा 1813 क्विंटल, अंगूर 1818 क्विंटल, केला 2095 क्विंटल, सेब सरीखे खराब होने वाले फल तक बाजार में पर्याप्त मात्र में उपलब्ध हैं।
एफसीआई ने खोला भंडार, मिलों को दिया 10 हजार क्विंटल गेहूं
आटे की कीमतों में और नरमी लाने के लिए एफसीआई ने अपने भंडार खोल दिए हैं। गोदाम से करीब दस हजार क्विंटल गेहूं की मिलों को आपूर्ति की गई है। नतीजतन, मंडी में चालीस रुपये किलो पार कर चुका आटा 30 से 32 रुपये किलो में मिलना शुरू हो गया है।
दाल की आवक शुरू
राजेंद्र अग्रवाल, अध्यक्ष लखनऊ व्यापार मंडल ने बताया कि दाल की आपूर्ति मुख्य तौर पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के नागपुर, कटनी, अंकोला समेत विभिन्न जिलों से होती है। माल आना शुरू हो गया है। लिहाजा, किसी भी तरह की कमी अब बाजार में नहीं है। अधिकारियों और व्यापारियों का कहना है कि जरूरत से ज्यादा सामान का स्टॉक न करें। इसका फायदा जमाखोर और मुनाफाखोर उठाएंगे। इसलिए जरूरत के अनुसार ही खरीदारी करें।
मुनाफाखोरी और जमाखोरों के खिलाफ प्रशासन का हल्ला बोल
जमाखोरी और मुनाफाखोरी की लगातार मिल रही शिकायतों पर प्रशासन ने रविवार को एक साथ कई जगहों पर छापा मारा। इस दौरान कई जगहों पर अधिक कीमत पर समान बिकता मिला तो कहीं पर जमाखोरी भी मिली। इस पर एक दर्जन से अधिक दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसके अलावा कई दुकानदारों से जुर्माना भी वसूला गया। दवा की दुकानों में भी गड़बड़ी मिली, जिसके चलते कई दुकानों का चालान किया गया। जिला आपूर्ति विभाग की विभिन्न टीमों द्वारा चार दुकानें, जोकि निर्धारित से अधिक मूल्य पर वस्तुओं का विक्रय करती पाई गईं, उनके विरुद्ध भी एफआइआर कराई गई। इनमें सलमान किराना स्टोर, कमलाबाद बढ़ौली-बीकेटी, मां लक्ष्मी जनरल स्टोर, गौरी बाजार, सरोजनीनगर, असुदा राम जनरल स्टोर, ताल कटोरा, आलमबाग और श्रीकृष्ण ऑयल मिल, ताल कटोरा रोड, आलमबाग शामिल हैं। वहीं राजीव अग्रवाल निवासी चौक की चक्की पर निर्धारित से अधिक मूल्य 36 रुपये किलो आटा बिकता मिला। ऊपर से दुकानदार के खिलाफ लाइसेंस भी नहीं था।
प्रशासन की ओर से निर्धारित फुटकर भाव
- गेहूं 22 रुपये प्रति किलो
- चावल - 32 रुपये प्रति किलो
- अरहर दाल - 95 रुपये प्रति किलो
- आलू - 26 रुपये प्रति किलो
- प्याज - 30 रुपये प्रति किलो
- टमाटर - 30 प्रति किलो
- लहसुन - 100 प्रति किलो
- गोभी - 15 प्रति फीस
- कद्दू - 20 रुपये प्रति किलो
- लौकी - 20 रुपये प्रति किलो
- केला - 20 से 25 रुपये प्रति दर्जन
- सेब - 50 से 80 रुपये प्रति किलो
- संतरा - 35 से 40 रुपये प्रति किलो
वस्तु-फुटकर में इस दर पर हो रही बिक्री
- अरहर दाल : 95 से 100
- आटा : 30 से 35
- चावल : 30 से 35
- चीनी : 38 से 40
- सरसों का तेल : 120 से 125 रुपये प्रति लीटर
- आलू : 25
- प्याज : 30 से 35
- टमाटर : 28 से 30
- हरी मटर : 60 से 70
- भिंडी : 60 से 70
- सेब : 100 से 140
- अंगूर : 60 से 80
लखनऊ की मंडियों में राशन की उपलब्धता
- आटा : 4431 क्विंटल
- गेहूं : 67,252 क्विंटल
- दाल : 33,472 क्विंटल
- चावल : 63,763 क्विंटल
- आलू : 1176 क्विंटल
- प्याज : 3914 क्विंटल
- टमाटर : 476 क्विंटल
- लहसुन : 109 क्विंटल
स्रोत : मंडी सचिव, संजय सिंह
थोक में सस्ता, फुटकर में मनमानी वसूली
फुटकर मंडियों में जमाखोर मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। थोक दुकानों में चाहे वह चावल-गेहूं हो या फिर सब्जी, सभी के दाम में कमी आई है। बावजूद इसके फुटकर कारोबारी सुधरते नजर नहीं आ रहे हैं। प्रशासन की ओर से जारी की गई सूची के बावजूद इनके द्वारा मनमानी वसूली जारी है।
इन क्षेत्रों की दुकानों में प्रशासन की रेट लिस्ट तक नहीं
शास्त्रीनगर, रकाबगंज, मशकगंज, ऐशबाग, राजाबाजार, सिटी स्टेशन आदि क्षेत्रों में कई दुकानों पर रेट लिस्ट तक नहीं लगी है। मनमाने दाम पर दुकानदार राशन बेच रहे हैं। शास्त्रीनगर पार्क की ओर जाने वाली दुकानों में आटा, चीनी, तेल समेत सभी आइटम महंगे हैं। अलीगंज का भी यही हाल है।
क्या कहते हैं अफसर ?
मंडी सचिव संजय सिंह के मुताबिक, माल की कोई कमी नहीं है। मंडी और जिला प्रशासन की टीमें निगरानी कर रही हैं। कालाबाजारी रोकने के लिए स्टॉक की औचक जांच की जा रही है। दुबग्गा, ठाकुरगंज समेत विभिन्न मंडियों में आम आदमी बनकर जांच की जा रही है। सब्जी और फलों के रेट भी ठीक हैं।