इलाहाबाद और आगरा में बदसलूकी पर 20 छात्र निलंबित
आगरा के अंबेडकर विवि के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आइईटी) में छात्र गुट भिड़ गए। आज दोपहर मैकेनिकल के छात्रों ने कंप्यूटर साइंस (सीएस) के छात्र को धुन दिया। एक छात्रा से बदसलूकी की और धक्का मारकर गिरा दिया।
लखनऊ। आगरा और इलाहाबाद विश्वविद्यालयों से आज 20 छात्रों को बदसलूकी के आरोप में निलंबित कर दिया गया। आगरा के अंबेडकर विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आइईटी) में छात्र गुट भिड़ गए। आज दोपहर मैकेनिकल के छात्रों ने कंप्यूटर साइंस (सीएस) के छात्र को धुन दिया। एक छात्रा से बदसलूकी की और धक्का मारकर गिरा दिया। आरोपी चारों छात्रों को निलंबित कर जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित हुई है। इसी तरह एक अन्य घटनाक्रम में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नए निदेशक (प्रवेश) और ओएसडी की नियुक्ति के खिलाफ अभाविप नेता सनत मिश्र की अगुवाई में प्रदर्शन करने वाले 16 छात्रों को निलंबित कर दिया गया है।
इंजीनियरिंग छात्रा से बदसलूकी पर चार निलंबित
आइईटी में बीई मैकेनिकल फोर्थ सेमेस्टर के अजीत यादव का कंप्यूटर साइंस (सीएस) के छात्र सुनील कुमार से विवाद चल रहा था। दोपहर में उसने चार साथियों के साथ सुनील को लॉबी में पकड़ लिया और पीटने लगे। एक छात्रा बीच में आई, तो उसे धक्का देकर गिरा दिया। उसका चश्मा टूट गया, विरोध करने पर साथी छात्रों ने उससे बदसलूकी की। मारपीट पर अन्य ब्रांच के छात्र भी आ गए। संस्थान के निदेशक वीके सारस्वत ने बताया कि आरोपी चारों छात्रों को निलंबित कर दिया गया है। छात्रों के परिजनों को बुलाया है।
कुलपति से अभद्रता, 16 छात्र निलंबित
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दोपहर नए निदेशक (प्रवेश) और ओएसडी की नियुक्ति के खिलाफ अभाविप नेता सनत मिश्र की अगुवाई में प्रदर्शन करने वाले 16 छात्रों को निलंबित कर दिया गया है। कुल 18 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। इनमें दो बाहरी युवक हैं। पुलिस के साथ विश्वविद्यालय की कमेटी भी इस मामले में जांच करेगी। कुलपति प्रो.रतनलाल हांगलू ने प्रो.जगदम्बा सिंह की जगह मंगलवार को प्रो.बीएन सिंह को निदेशक (प्रवेश) बना दिया था। वह इससे पहले भी निदेशक (प्रवेश) थे। उन पर प्रवेश संबंधित कार्य में करीब 1.73 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता का आरोप है। प्रो.बीएन सिंह को निदेशक प्रवेश जैसा दायित्व दिए जाने से खफा छात्र बुधवार दोपहर कुलपति कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। कुलपति नहीं मिले तो उन्होंने दृश्य कला विभाग पहुंचकर कुलपति को घेर लिया। कुलपति उस समय वहां से प्रदर्शनी का शुभारंभ कर निकल रहे थे। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि जब स्वच्छ छवि के लोग हैं तब विवादित लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर क्यों बैठाया जा रहा है। कुलपति ने उत्तर नहीं दिया तो छात्रों ने उन्हें आगे बढऩे से रोक दिया। अपशब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्रता भी की। चीफ प्राक्टर डॉ. एनके शुक्ल व कुलपति के सुरक्षा कर्मियों ने छात्रों को रोका तो छात्र और आक्रोशित हो गए। कुछ छात्र कुलपति की गाड़ी के आगे लेटकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने छात्रों को वहां से हटाया। रात करीब आठ बजे चीफ प्रॉक्टर डॉ. एनके शुक्ल ने कुलपति से अभद्रता करने वाले 18 प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में एफआइआर दर्ज कराई। छात्र सूर्य प्रकाश मिश्र, सनत कुमार मिश्र, सौरभ पांडेय, अभिषेक पांडेय, राजन पाल, दुर्गेश शुक्ल, हिमांशु द्विवेदी, श्रीकांत पांडेय, अविनाश सिंह, जितेंद्र शुक्ल, अवतंश मिश्र, दीपू जादव, रजनीश तिवारी, हिमांशु तिवारी, ज्ञानवेंद्र सिंह, कमलेश शर्मा को जांच रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिया गया है। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि पुलिस व विवि जांच कमेटी की रिपोर्ट आने तक सारे छात्र निलंबित रहेंगे।