Move to Jagran APP

ब्यूटी और ब्रेन के दम पर 49 वर्षीय नीमा पंत बनीं मिसेज यूनिवर्स 2019 Lucknow News

एसजीपीजीआइ में कार्डियोलॉजी के नॉन इनवेसिव लैब की हैं प्रभारी। दिल्ली में हुई प्रतियोगिता में 17 प्रतिभागियों को छोड़ा पीछे।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 08:53 PM (IST)Updated: Wed, 10 Jul 2019 08:58 AM (IST)
ब्यूटी और ब्रेन के दम पर 49 वर्षीय नीमा पंत बनीं मिसेज यूनिवर्स 2019 Lucknow News
ब्यूटी और ब्रेन के दम पर 49 वर्षीय नीमा पंत बनीं मिसेज यूनिवर्स 2019 Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन।  ब्यूटी और ब्रेन के दम पर शहर की 49 वर्षीय नीमा पंत ने मिसेज यूनिवर्स 2019 (एशिया जोन) का खिताब अपने नाम कर लखनऊ का नाम रोशन किया।  दिल्ली में आयोजित मिस्टर, मिस एंड मिसेज यूनिवर्स 2019 में नीमा पंत ने देशभर से आईं  17 प्रतिभागियों को पछाड़कर खिताब जीता। इससे पहले 25 मई को अवध जिमखाना क्लब में आयोजित मिस एंड मिसेज नार्थ इंडिया 2019 प्रतियोगिता में मिसेज नार्थ इंडिया विनर का खिताब जीता था। 

loksabha election banner

21 मई 1970 को अल्मोड़ा में जन्मीं नीमा पंत ने 1993 में कानपुर से स्कूली शिक्षा पूरी की। कॉलेज ऑफ नर्सिंग से बैचलर ऑफ साइंस ऑनर्स किया। कोर्स के दौरान ही वह एक्सट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में सक्रिय रहीं। कोलकाता के बीएम बिड़ला हार्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट से कार्डियक थोरेसिक नर्सिंग में 18 महीने का कोर्स किया। इसके बाद वर्ष 1995 में एसजीपीजीआइ में नर्सिंग अधिकारी के पद पर कार्डियोलॉजी आइसीयू में काम करना शुरू किया। उन्होंने अपने शिक्षण के जुनून को पूरा करने के लिए शहर के दो नर्सिंग कॉलेजों में बच्चों को पढ़ाने का काम भी किया। उन्होंने मधुमेह व उच्च रक्तचाप पर एक पुस्तक भी लिखी है, जो आने वाले समय में एनसीआरटी में बच्चे पढ़ेंगे।

परिवार के सपोर्ट से सब संभव 

2006 में नीमा पंत की शादी हुई थी। पति सुदीप कुमार एसजीपीजीआइ में कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर हैं। उनकी एक बेटी है जो कक्षा पांच में पढ़ रही है। वह कहती हैं इस उम्र में मॉडलिंग करने में परिवार का पूरा सहयोग मिला। मैं कई वर्षों से रनिंग के साथ जुम्बा डांस कर रहीं हूं, इसलिए मुझे आसानी से प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिल गया। अब मैं समाज को स्वस्थ बनाने के लिए और प्रयास करूंगी, लोगों को जागरूक करूंगी। 

समाज की भलाई में मिलती है खुशी 

नीमा पंत कहती हैं कि उन्हें समाज की भलाई में बेहद खुशी मिलती है। स्तन कैंसर के प्रति जागरूक कर उन्होंने सैकड़ों महिलाओं को स्व स्तन परीक्षण के बारे में बताया। साथ ही लघु नाटक के जरिए महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया। अब तक उन्होंने 30 से अधिक बार रक्तदान किया है। 

मॉडल नहीं, रोल मॉडल बनें

नीमा पंत कहती हैं कि अगर सही दिशा में प्रयास किया जाए तो सफलता मिलकर ही रहती है। युवाओं को संदेश देते हुए वह कहती हैं कि मॉडल नहीं, रोल मॉडल बनें। सिर्फ अपने लिए ही नहीं, समाज की भलाई के लिए जिम्मेदारी निभाएं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.