निजी पॉलीटेक्निक में 32 हजार सीटें बढ़ीं, अब खुलेंगे 193 नए इंजीनियरिंग कॉलेज
एकेटीयू संबद्धता समिति की बैठक में हुआ निर्णय। सवर्ण आरक्षण के लिए बढ़ेंगी 10 फीसद सीटें।
लखनऊ, जेएनएन। आप यदि फार्मेसी या इंजीनियरिंग डिप्लोमा में प्रवेश के लिए पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा और काउंसिलिंग के आधार पर होने वाले प्रवेश में आपको अधिक अवसर मिलेंगे क्योंकि प्राविधिक शिक्षा विभाग ने नए सत्र से 32 हजार 610 सीटें बढ़ाने का निर्णय लिया है। मंगलवार को प्राविधिक शिक्षा परिषद की संबद्धता समिति की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव एसके सिंह ने बताया कि पूर्व विधायक विद्या सागर गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में निदेशक प्राविधिक शिक्षा विभाग सुरेंद्र राजपूत व मनोज कुमार सहित कई अधिकारियों ने नए संस्थानों को संबद्ध करने पर सहमति जताई। पिछले वर्ष संबद्ध इंजीनियरिंग डिप्लोमा के 633 संस्थानों के साथ ही 484 नए संस्थानों को संबद्ध करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा फार्मेसी के 286 संस्थानों के साथ ही 459 नए संस्थानों को भी संबद्धता दी गई है। इससे संस्थानों में कुल प्रवेश की क्षमता 1,11,854 से बढ़कर 1,44,464 हो जाएगी। 32,610 सीटों के बढ़ने से प्रवेश के अधिक अवसर मिलेंगे।
जोनल अधिकारियों को मिला प्रशिक्षण
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से 26 मई को आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा को लेकर जोनल अधिकारियों का प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू हुआ। बासमंडी चौराहा स्थित परिषद कार्यालय में पूर्वी जोन के संयुक्त निदेशक सुरेंद्र प्रताप सिंह समेत 46 जोनल अधिकारियों को पारदर्शी परीक्षा कराने के टिप्स दिए गए। 17 मई तक जोनवार प्रशिक्षण दिया जाएगा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव एसके वैश्य ने बताया कि राजधानी समेत प्रदेश के 933 केंद्रों पर परीक्षा एक साथ होगी। 189 जोनल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। दो पालियों में होने वाली परीक्षा सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक होगी। प्रवेश पत्र 18 मई से परिषद की वेबासाइट जेईईसीयूपी.एनआइसी.इन से डाउनलोड किए जा सकते हैं।
प्राविधिक शिक्षा परिषद की संबद्धता समिति की बैठक में इंजीनियरिंग डिप्लोमा में 484 और फार्मेसी के 459 नए संस्थानों को मंजूरी, पिछले साल संबद्धता पाए संस्थानों को भी मिली हरी झंडी, छात्रों को मिलेंगे ज्यादा मौके
खुलेंगे 193 नए इंजीनियरिंग कॉलेज
डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि की संबद्धता समिति की मंगलवार को हुई बैठक में 193 नए इंजीनियरिंग कॉलेज को खोलने का निर्णय लिया गया। प्राविधिक शिक्षा सचिव भुवनेश कुमार की अध्यक्षता में सचिवालय स्थित सचिव भवन में हुई बैठक में आर्थिक रूप से पिछड़े सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को 10 फीसद आरक्षण के सापेक्ष इतनी ही सीटें बढ़ाने का निर्णय लिया गया। 193 नए इंजीनियरिंग और 184 नए फार्मेसी संस्थान खोलने का निर्णय लिया गया। इसमे एमबीएम, एमसीए और बीटेक का एक संस्थान शामिल हैं। बीटेक का एक संस्थान वाराणसी के राजकीय हैंडलूम शाखा में खोलने पर सहमति बनी। नए निर्णय से इंजीनियरिंग कॉलेजों में 10,000 सीटें बढ़ेंगी तो करीब 2500 सीटों की कटौती होगी। समिति ने बंदी के लिए आवेदन करने वाली 26 संस्थानों में से 22 को बंद करने का निर्णय लिया।
तीन संस्थाओं की संबद्धता समाप्त
काउंसिल ऑफ ऑर्किटेक्चर द्वारा मान्यता समाप्त किए जाने से ईशान इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्किटेक्चर, ग्रेटर नोयडा, इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्किटेक्चर, एंड टाउन प्लानिंग, सीतापुर और जेएसएस स्कूल ऑफ ऑर्किटेक्चर हापुड़ की मान्यता समाप्त कर दी गई है। इन संस्थाओं के विद्यार्थियों को दूसरी संस्थाओं में शिफ्ट किया जाएगा। बैठक में कुलसचिव नंद लाल सिंह, आइआइटी कानपुर के निदेशक के प्रतिनिधि प्रो. नीरज मिश्र, विवि के उप कुलसचिव आरके सिंह के अलावा समिति के सदस्य मौजूद थे।
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