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अवैध दारू की कोई ‘दवा’ नहीं, राजधानी में भी धधक रहीं मौत की भट्ठियां

80 से 100 रुपये लीटर में होती है कच्ची शराब की बिक्री। नींद से जागा आबकारी विभाग, 17 फरवरी तक लगातार अभियान चलाकर होगी सख्त कार्रवाई।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 09 Feb 2019 10:38 AM (IST)Updated: Sun, 10 Feb 2019 09:10 AM (IST)
अवैध दारू की कोई ‘दवा’ नहीं, राजधानी में भी धधक रहीं मौत की भट्ठियां
अवैध दारू की कोई ‘दवा’ नहीं, राजधानी में भी धधक रहीं मौत की भट्ठियां

लखनऊ, जेएनएन। जहरीली शराब से सहारनपुर में 44 और कुशीनगर में 10 लोगों की मौत के बाद राजधानी में भी आबकारी और पुलिस विभाग जग गए। दोनों विभागों की संयुक्त टीमों ने छापेमारी शुरू कर दी। पुलिस की नाक के नीचे मोहनलालगंज, गोसाईगंज, नगराम, निगोहां, मलिहाबाद, माल, आशियाना और बंथरा के ग्रामीण इलाकों में मौत की भट्ठियां धधक रही हैं। विभाग के पास अवैध दारू की कोई ‘दवा’ नहीं है।

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ग्रामीण इलाकों में लोग धड़ल्ले से घरों और बागों में शराब की भट्ठियां चला रहे हैं। उनके घर की महिलाएं और बच्चे भी इस कार्य में संलिप्त हैं। माल क्षेत्र में थाने से मात्र एक किलो मीटर दूर ही रामनगर गांव में शराब का बड़ा कारोबार हो रहा है। वहीं, मोहनलालगंज के इंद्रजीत खेड़ा गांव में भी बड़ी संख्या में लोग अवैध शराब का कारोबार करते हैं।

इन इलाकों में सांझ ढलते ही लोग नहर के किनारे खड़े होकर अवैध शराब की बिक्री करते हैं। पुलिस और आबकारी विभाग की यह लापरवाही तब है, जबकि वर्ष 2015 में जहरीली शराब से मलिहाबाद के दतली गांव में 51 लोगों की मौत हो चुकी है।

क्या कहते हैं अफसर ?

जिला आबकारी अधिकारी जनार्दन यादव का कहना है कि सहारनपुर और कुशीनगर की घटना को ध्यान में रखते हुए डीएम के आदेश पर आबकारी, राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीमें बनाई गई हैं। यह टीमें 17 फरवरी तक लगातार अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई करेंगी।’

यहां होता है अवैध शराब का कारोबार

  • माल क्षेत्र: रामनगर गांव, मसीढा, नवीपनाह, थरी गांव, दलथंभा, रहटा, गहदौं, खरी, वीरपुर, दनौर, हऊमऊ, बाजार गांव, अकबरपुर, देवरी समेत कई अन्य गांव।
  • मलिहाबाद: घोला, जमोलिया, रामनगर, जानकीनगर, मोहज्जीनगर, सरैयां, अटिया, धना खेड़ा, कसमंडी, कैला खेड़ा।
  • मोहनलालगंज: इंद्रजीत खेड़ा, ददियाना, कनकहा, जबरौली, जैतीखेड़ा, कोड़हा, हुलास खेड़ा, खुजौली, सिसेंडी और फत्ते खेड़ा।
  • गोसाईगंज: घुसवल, मौरा कला, मौरा खुर्द सूरियामऊ, अस्ती।
  • चिनहट: दमादनपुरवा, गुलहरिया गांव।

80 से 100 रुपये लीटर में बिक्री

कच्ची शराब की बिक्री 80 से 100 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से होती है। गोरखधंधा करने वाले लोग ग्रामीण एजेंटों की मदद से इसकी बिक्री कराते हैं।

आज रोटी को मोहताज हैं परिवार

गोसाईगंज के माढ़रमऊ में शराब पीकर जान गंवाने वाले बुधराम, मुन्नीलाल व मनीराम के परिवार में आज रोटी के लाले हैं। मनीराम के परिवार में उनकी तीन बेटियां हैं। बड़ी बेटी सात साल की है। मां मजदूरी करके परिवार चला रही है। कुछ ऐसा ही हाल बुधराम व मुन्नीलाल के परिवार का भी है। तीनों की पत्नियां मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण कर रही हैं।

मलिहाबाद में धड़ल्ले से बिक रही मुल्लू और ढीफा ब्रांड

मलिहाबाद के जमोलिया गांव में मुल्लू और ढीफा ब्रांड की अवैध जहरीली शराब धड़ल्ले से बिक रही है। मुल्लू या ढीफा ब्रांड का नाम बताने पर ग्रामीण उन्हें उस दिशा की ओर इशारा कर देते हैं। दोनों ब्रांड के पौवा का मूल्य 40 रुपये है।


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