संघ के लिए कोई भी पद छोड़ सकता हूं: लालजी टंडन
अर्जुनगंज सरसवां में बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने महामना शिक्षण संस्थान का किया शिलान्यास। राज्यपाल बोले, राष्ट्रप्रेम से बड़ा कुछ नहीं।
लखनऊ, जेएनएन। समाज सेवा से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हमें पद की बंदिशों से नही बांधा जा सकता। यदि संघ के कार्यक्रम में आने के लिए पद की बंदिश है तो इस्तीफा देने में मुझे कोई संकोच नहीं है। शनिवार को सुल्तानपुर रोड स्थित सरसवां में भाऊराव देवरस न्यास के अंतर्गत महामना शिक्षण संस्थान के भूमि पूजन व शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने आए बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने एक सवाल के जवाब में यह बात कही।
तीस हजार स्क्वायर फीट में तीन मंजिला भवन का शिलान्यास करते हुए लालजी टंडन ने कहा, कार्यक्रम में आने से पहले एक मित्र ने मुझसे सवाल किया कि संघ के कार्यक्रम में बतौर राज्यपाल शिरकत करना क्या उचित रहेगा। इस पर मेरा जवाब था कि हाथ में कागज हो तो इस्तीफा लिख दें लेकिन राष्ट्र प्रेम नही छोड़ सकता। पद की बंदिश हमें संघ या किसी भी राष्ट्रभक्ति के कार्यक्रम मेंं जाने से रोक नही सकती।
बिहार के राज्यपाल ने कहा कि पवित्र कार्यो में कभी भी साधन की कमी नही होती है। महामना शिक्षण संस्थान के भूमि पूजन के साथ ही आज यहां एक बहुउद्देशीय शिक्षण संस्थान की नींव पड़ गई है। यहां से संसाधन विहीन व जरूरतमंद छात्रों को नि:शुल्क इंजीनियर व मेडिकल की पढ़ाई करने का मौका मिल सकेगा। साथ ही छात्रों को को शिक्षा के साथ संस्कार भी सीखने को मिलेंगे। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सर कार्यवाह कृष्ण गोपाल ने कहा कि नौजवान छात्रों को पढ़ाई पूरी करने के बाद मिलने वाली डिग्री को एक प्रमाण पत्र न समझकर उसे एक विचार समझने की आवश्यकता है। केजीएमयू के कुलपति एमएलबी भट्ट ने कहा कि अच्छी गुणवत्ता परक शिक्षा मनुष्य का मौलिक अधिकार है। इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन भी मौजूद थे।