केजीएमयू को फर्जीवाड़े में गई रकम में से 1.63 करोड़ वापस मिले
इलाहाबाद बैंक ने ढ़ाई करोड़ में से 1.63 करोड़ रुपये किए वापस। फर्जी चेक का भुगतान करने वाले बैंककर्मियों पर होगी कार्रवाई। जालसाज से वसूली करेगा बैंक।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू के कंटीजेंसी खाते से जालसाज द्वारा कूट रचित चेक से निकाले गए ढ़ाई करोड़ रुपये में से लगभग 1.63 करोड़ रुपये शुक्रवार को वापस कर दिए गए। फर्जी चेक का भुगतान करने वाले बैंककर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल बैंक जालसाज अमित प्रकाश पाठक पर शिकंजा कसकर रकम वसूलने की कोशिश करेगी।
कंटीजेंसी खाता संख्या 50153469849 से ढ़ाई करोड़ रुपये जालसाज अमित प्रकाश पाठक ने तीन अक्टूबर को इलाहाबाद बैंक में कूट रचित चेक संख्या 327565 लगाया और पांच अक्टूबर को जानकीपुरम में स्थित इंडसइंड बैंक में रकम ट्रांसफर करवा ली थी। दस अक्टूबर को केजीएमयू प्रशासन को इसकी जानकारी हुई तो वित्त अधिकारी मोहम्मद जमा ने चौक कोतवाली में एफआइआर दर्ज करवाई। वहीं इलाहाबाद बैंक के मुख्य प्रबंधक अनंत कुमार गोयल ने बीते गुरुवार को हजरतगंज थाने में जालसाज के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई।
जालसाज पर कसेगा शिकंजा
वित्त अधिकारी का कहना है कि चेक संख्या 327565 केजीएमयू प्रशासन की ओर से जारी ही नहीं की गई। ऐसे में बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से पैसे निकाल लिए गए। यह चेक फर्जी था और बिना जांच किए इतनी बड़ी रकम निकाली गई। उधर, इलाहाबाद बैंक ने केजीएमयू के कंटीजेंसी खाते में 1.63 करोड़ रुपये शुक्रवार को वापस भेज दिए। बाकी रकम भी जल्द जमा होगी। बैंक अब जालसाज पर शिकंजा कसेगा। हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाने के साथ-साथ बैंक की ओर से इंडसइंड बैंक को भी पत्र लिखकर रकम जारी न करने को कहा गया है।