IISF 2018 : लाजवाब रही तारामंडल की सैर, गुलाबो सिताबो ने बताया विज्ञान
चंद्रयान-1 उपग्रह हो या फिर आधुनिक तकनीक वाले हथियार देने वाला डीआरडीओ भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में सभी आकर्षण का केंद्र रहे।
लखनऊ, ( निशांत यादव)। गोमतीनगर रेलवे स्टेशन ग्राउंड पर चल रहे मेगा साइंस टेक्नोलोजी एंड इंडस्ट्रीज एक्सपो के अंतिम दिन सोमवार को भी स्कूली बच्चे विज्ञान से जुड़े रहस्य जानने यहां पहुंचे। भारत का चंद्रमा तक पहुंचने का सपना पूरा करने वाला चंद्रयान-1 उपग्रह हो या फिर सेना के तीनो अंगों को आधुनिक तकनीक वाले हथियार देने वाला डीआरडीओ। सभी आकर्षण का केंद्र रहे। इसरो का इतिहास बच्चों को खूब रास आया। केरल के एक चर्च से 21 नंवबर 1963 को अपना अभियान शुरू करने वाले इसरो ने अब तक 68 मिशन लांच किए हैं। जबकि दूसरे देशों के 239 सेटेलाइट अब तक लांच किए। पिछले साल 15 फरवरी को 104 सेटेलाइट एक साथ लांच करने वाले पीएसएलवी की श्रेष्ठता भी देखते ही बनी। महराजगंज के छोटे से स्कूल चोखराज तुलसायान सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के दसवीं के छात्र राहुल सिंह के आविष्कार ने सभी को प्रभावित किया। राहुल सिंह ने 12 वोल्ट की बैट्री से चलने वाली साइकिल बनायी है, जिसे बिना पैडल के ही चलाया जा सकता है।
सीमा पर नहीं होगी पानी की किल्लत,
सीमा की अग्रिम चौकियों पर तैनात भारतीय सेना के जवानों के लिए समुचित मात्रा में पानी की उपलब्धता एक चुनौती है। डीआरडीओ के सेंटर फॉर फायर, एक्सप्लोसिव व एनवायरमेंट सेफ्टी ने एयरोटॉर डिस्पेंसर बनाया है जो कि ९५ प्रतिशत तक पानी की बचत कर सकता है। कल्पना चावला मेमोरियल प्लेनेटोरियम कुरुक्षेत्र के स्टॉल पर स्कूली बच्चों को तारामंडल की अहम जानकारी मिली। बच्चों ने कल्पना चावला के जीवन के बारे में भी जाना। उनके मिशन को भी बखूबी दर्शाया गया।
डोमेस्टिक फिल्टर देगा शुद्ध पानी
पानी में फ्लोराइड और आर्सेनिक के कारण बड़ी संख्या में लोग बीमार होते हैं। सीएसआइआर ने डोमेस्टिक फिल्टर तैयार किया है। यह नैनो तकनीक से पानी को साफ और पीने योग्य बनाता है।
शानदार छत्तीसगढ़ मॉडल
आज देश के कई राज्य सोलर एनर्जी को लेकर छत्तीसगढ़ के मॉडल को अपनाने की तैयारी कर रहे हैं। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ मॉडल की झलक देखते ही बन रही है। यहां सोलर कोल्ड स्टोरेज, सोलर आधारित पानी शुद्ध करने वाला आरओ, सोलर कम्युनिटी के जरिए सिंचाई व्यवस्था और खेतों में चलने वाले पंपों की जानकारी दी जा रही है। विज्ञान को मनोरंजक तरीके से बताने के लिए यहां गुलाबो सिताबो ने भी खूब तालियां बटोरी। खासतौर पर छोटे बच्चों को विज्ञान की खूबी बतायी गई। जीवों के वैज्ञानिकी नाम भी बताए गए।