उत्तर प्रदेश दिवस पर 1500 लोगों को विश्वकर्मा श्रम सम्मान देंगे मुख्यमंत्री
24 जनवरी को यहां अवध शिल्प ग्राम में आयोजित होने वाले उप्र दिवस पर पहली बार सरकार परंपरागत हुनर से जुड़े 1500 लोगों का सम्मान करेेगी।
लखनऊ, जेएनएन। 24 जनवरी को यहां अवध शिल्प ग्राम में आयोजित होने वाले उप्र दिवस पर पहली बार सरकार परंपरागत हुनर से जुड़े 1500 लोगों का सम्मान करेेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिन लोगों को सम्मानित करेंगे उनमें नाई, बढई, लोहार, मोची, दर्जी और टोकरी बनाने वाले शामिल होंगे। इसमें प्रदेश के साथ जिला स्तर के लाभार्थी भी शामिल होंगे। सम्मान के साथ सबको उनको उनके पेशे से संबंधित आधुनिक टूल किट भी दिये जाएंगे।
शनिवार को मुख्य सचिव डॉ.अनूप चंद्र पांडेय ने अब तक की तैयारियों की समीक्षा बैठक में निर्देश दिया कि उप्र दिवस पर हस्तशिल्प, लद्यु उद्यम, निर्यात, हथकरघा के क्षेत्र में संत कबीर पुरस्कार से चयनित लाभार्थियों के अलावा दिव्यांगता के बावजूद अपने जीवट से कई ऊंची चोटियों को फतह करने वाली अरूणिमा सिन्हा को भी सम्मानित किया जाएगा।
पुरस्कृत होंगे 16 खिलाड़ी
आठ-आठ पुरुष और महिला खिलाडिय़ों को क्रमश: लक्ष्मण एवं रानी बाई लक्ष्मी बाई पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में और प्रदेशों के भी कलाकार शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस दूसरी बार मनाया जा रहा है। मालूम हो कि प्रदेश की स्थापना के बाद पिछले साल पहली बार राज्यपाल राम नाईक की सलाह पर उप्र दिवस का आयोजन शुरू हुआ। दूसरी बार के इस आयोजन में प्रदेश की विविधता के साथ भव्यता भी दिखे इसका हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसीलिए इसमें विभिन्न प्रदेशों के कलाकारों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन कर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जाएगा। बैठक में अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग भुवनेश कुमार, मंडलायुक्त लखनऊ अनिल गर्ग, सूचना निदेशक शिशिर सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।