Mahindra Sanatkada Lucknow Festival 2021: आज से 12वें सनतकदा फेस्टिवल की बहार, ऑनलाइन मंच पर पहली बार
Mahindra Sanatkada Lucknow Festival 2021 12वें सत्र में अवध की विरासत धरोहर कला संस्कृति हस्तशिल्प सहित विविध पक्षों पर कई कार्यक्रम होंगे । पहली बार ऑनलाइन मंच पर मुख्य समारोह होगा। 12 फरवरी तक आयोजन चलेगा ।
लखनऊ, जेएनएन। Mahindra Santakada Lucknow Festival 2021: महिंद्रा सनतकदा लखनऊ फेस्टिवल एक बार फिर अपने अनूठे और यादगार कार्यक्रमों के साथ लखनऊ के कला-संस्कृति प्रेमियों को लुभाने के लिए तैयार है। एक फरवरी से शुरू हो रहे इसके 12वें सत्र में अवध की विरासत, धरोहर, कला, संस्कृति, हस्तशिल्प सहित विविध पक्षों पर कई कार्यक्रम होंगे। पहली बार ऑनलाइन मंच पर मुख्य समारोह होगा। वहीं, फूड फेस्टिवल समेत अन्य कार्यक्रम ऑफलाइन भी होंगे। 12 फरवरी तक आयोजन चलेगा।
सनतकदा फेस्टिवल का मुख्य आकर्षण इसका हस्तशिल्प बाजार होता है। इस बार कोरोना के कारण शिल्प बाजार को ऑनलाइन आयोजित करने की पहल की गई है। बड़ी संख्या में हुनरमंद कारीगरों को अपने उत्पादों और कलाकृतियों के साथ पहली बार ऑनलाइन आने का मौका मिल रहा। देशभर से सौ शिल्पी इस बाजार में अपने उत्पादों के साथ उपलब्ध रहेंगे।
'नक्श-ओ-निगार-ए बारादरी' थीम : कैसरबाग की सफेद बारादरी सनतकदा फेस्टिवल का हृदयस्थल है। फेस्टिवल इस वर्ष अपने 12वें सत्र में सफेद बारादरी की खूबसूरती और उसके शिल्प का उत्सव मना रहा। इस वर्ष फेस्टिवल की थीम 'नक्श-ओ-निगार-ए बारादरी' रखी गई है और इस थीम को फेस्टिवल के विभिन्न आयोजनों के माध्यमों से अभिव्यक्त किया जा रहा है। नवाबों के दौर का गवाह कैसरबाग पैलेस के केंद्र में स्थित यह बारादरी विभिन्न परिवर्तनों से गुजरते हुए डेढ़ सौ वर्षों से अधिक लंबा सफर तयकर अपने वास्तुशिल्प की खूबसूरती को सहेजे हुए हैं। फेस्टिवल के ऑनलाइन शिल्प बाजार में विभिन्न कारीगर अपनी कलाकृतियों में इसके सौंदर्य को व्यक्त करेंगे।