लखनऊ में बना अनोखा रिकॉर्ड...12 साल के बच्चे ने पढ़ाया निकाह; दूल्हा और दुल्हन के खिले चेहरे
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक 12 साल के अब्दुल हई रशीद फरंगी महली ने शनिवार को सबसे कम उम्र में निकाह पढ़ाकर कर अनोखा रिकॉर्ड बनाया है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खानदान-ए-फरंगी महल के चिराग अब्दुल हई रशीद फरंगी महली ने निकाह का खुतबा पढ़ाकर अनोखा रिकॉर्ड बनाया। इतनी छोटी उम्र में अब्दुल हई को निकाह की रस्म अदा करता देख शादी में शामिल हर कोई दंग रह गया। दूल्हा-दुल्हन के साथ रिश्तेदारों ने 12 वर्षीय अब्दुल हई को निकाह पढ़ाने की मुबारकबाद दी। बेटे को मिल रही लोगों की मुबारकबाद से पिता ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद को चेहरा भी खिल उठा।
दरअसल, बीती रात ऐशबाग ईदगाह में कामिल उमर जिलानी और अलीना मिर्जा का निकाह था। दूल्हे की तरफ से मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली को निकाह पढ़ाना था। मौलाना अपने बेटे अब्दुल हई रशीद फरंगी महली को लेकर पहुंचे थे। जब निकाह का समय हुआ तो दूल्हे के वालिद खालिद जिलानी ने मौलाना से अपने बेटे अब्दुल हई से निकाह का खुतबा पढ़ाने की फरमाइश की, जिसको कबूल कर मौलाना ने अब्दुल हई को आगे कर दिया। पहले तो दूल्हा-दुल्हन के परिजनों को थोड़ी हैरत हुई, लेकिन जब अब्दुल हई ने खुतबा पढ़ा तो वहां मौजूद मेहमान दंग रह गए। इसके बाद मौलाना खालिद रशीद ने दूल्हा-दुल्हन के कबूलनामे के बाद निकाह को मुकम्मल कराया। मौलाना खालिद रशीद ने बताया कि निकाह का खुतबा पढ़ाने में बालिग होना शर्त नहीं है, इसलिए उन्होंने फरमाइश को कबूल कर अपने बेटे से निकाह का खुतबा पढ़ाया।
इन्होंने भी दिया था निकाह का खुतबा
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि उनके बड़े भाई मौलाना तारिक रशीद फरंगी महली भी छोटी सी उम्र में निकाह का खुतबा पढ़ चुके हैं।
कर रहे कुरआन हिफ्ज
अब्दुल हई लॉमार्टिनियर कॉलेज में कक्षा पांच के छात्र हैं। इन दिनों वह कुरआन शरीफ को हिफ्ज (याद) कर रहे हैं। वह रोजाना मस्जिद में जमात के साथ नमाज अदा करते हैं। पिछले वर्ष 2019 में उन्होंने पहली बार कनाडा में निकाह का खुतबा पढ़ा था।