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यूपीएसआइडीसी के 12 सौ औद्योगिक भूखंडों का आवंटन रद, दिव्या ने कार्यभार संभाला

यूपीएसआइडीसी के कानपुर, आगरा, वाराणसी आदि क्षेत्रों के क्षेत्रीय प्रबंधकों ने 12 सौ भूखंडों का आवंटन रद कर दिया है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 20 Apr 2018 10:59 PM (IST)Updated: Sat, 21 Apr 2018 11:01 AM (IST)
यूपीएसआइडीसी के 12 सौ औद्योगिक भूखंडों का आवंटन रद, दिव्या ने कार्यभार संभाला
यूपीएसआइडीसी के 12 सौ औद्योगिक भूखंडों का आवंटन रद, दिव्या ने कार्यभार संभाला

कानपुर (जेएनएन)। यूपीएसआइडीसी के कानपुर, आगरा, वाराणसी आदि क्षेत्रों के क्षेत्रीय प्रबंधकों ने 12 सौ भूखंडों का आवंटन रद कर दिया है। आवंटियों ने पांच साल पहले भूखंड लिया था, लेकिन औद्योगिक इकाई स्थापित नहीं की थी। 30 अप्रैल तक 1175 का आवंटन रद करेगा। इससे यूपीएसआइडीसी के पास करीब सात सौ एकड़ भूखंड उपलब्ध हो जाएंगे। जिनका आवंटन कर इकाइयां स्थापित कराई जाएगी। यूपीएसआइडीसी से भूखंड लेकर कई लोग इकाई स्थापित नहीं करते हैं। जब भूखंड की दरें खरीद दर से दो से तीन गुनी हो जाती है तो फिर उसे बेच देते हैं। 

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दिव्या  ने संभाला जेएमडी का कार्यभार

गोंडा की सीडीओ रहीं दिव्या मित्तल ने संयुक्त प्रबंध निदेशक (जेएमडी) के पद पर कार्यभार ग्रहण कर लिया। 2012 बैच की आइएएस अफसर दिव्या मित्तल ने 2010 में आइआरएस और 2011 में आइपीएस की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। वे आइपीएस की ट्रेनिंग भी कर चुकी हैं। कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत प्रबंध निदेशक रणवीर प्रसाद ने उन्हें ट्रांसगंगा सिटी, सरस्वती हाइटेक सिटी इलाहाबाद, भाऊपुर में टाउनशिप, सेनपूरब पारा में मेगा लेदर क्लस्टर व अन्य प्रोजेक्ट की उपयोगिता समझाई। ट्रांसगंगा सिटी के समन्वयक संजय तिवारी ने उनके समक्ष प्रोजेक्ट का प्रस्तुतीकरण किया। इस बीच खबर है कि राजकीय निर्माण निगम के एमडी विश्वदीपक हटा दिये गये। उप्र सेतु निगम के प्रबंध निदेशक राजन मित्तल को निर्माण निगम का अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है। 

कैग की आपत्ति पर यूपीएसआइडीसी प्रबंधन का शिकंजा 

भारत के महालेखा परीक्षक एवं नियंत्रक की ऑडिट टीम पूर्व में इस पर आपत्ति भी जताई थी। ऐसे लोगों पर अब यूपीएसआइडीसी प्रबंधन का शिकंजा कस गया है। ऐसे लोगों को 31 दिसंबर तक भूखंड को सरेंडर करने या फिर बेचने का अवसर दिया गया था। कई लोगों ने भूखंड हस्तांतरित किए। जिन्होंने नहीं किया उनके निरस्त किए जा रहे हैं। यूपीएसआइडीसी के एमडी रणवीर प्रसाद ने कानपुर, आगरा, झांसी, वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर, अलीगढ़ के क्षेत्रीय प्रबंधकों से कहा है कि भूखंडों का आवंटन रद कर अपनी रिपोर्ट दें।

कहां कितने रद हुए 

क्षेत्र          संख्या

  • कानपुर        112
  • आगरा         257
  • अलीगढ़      116
  • लखनऊ       39
  • वाराणसी      24
  • झांसी         74
  • फैजाबाद     10
  • गोरखपुर     11

चार क्षेत्रीय प्रबंधकों को चेतावनी

प्रबंध निदेशक रणवीर प्रसाद ने बताया कि भूखंड आवंटन में लापरवाह झांसी, आगरा, अलीगढ़ व सूरजपुर के क्षेत्रीय प्रबंधकों को चेतावनी दी है। उन्हें कहा है कि  निर्धारित अवधि में निरस्त नहीं किए तो उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी।

  • 5358 भूखंडों पर इकाई नहीं थी
  • 1200 का आवंटन रद कर दिया गया
  • 1175 भूखंडों का आवंटन रद होगा
  • 2983 पर इकाई स्थापना का मौका मिला
  • 1000 एकड़ में भूखंड आवंटन का लक्ष्य
  • 900 करोड़ रुपये भूखंड आवंटन से आय

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