11वें विश्व हिंदी सम्मेलन में होगा बाल साहित्य और भारतीय संस्कृति पर व्याख्यान
बाल साहित्यकार सुरेंद्र विक्रम मॉरीशस में 18 अगस्त से हो रहे तीन दिवसीय 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन में शामिल होंगे।
लखनऊ (जेएनएन)। बाल साहित्यकार डॉ. सुरेंद्र विक्रम मॉरीशस में 18 अगस्त से हो रहे तीन दिवसीय 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन में शामिल होंगे। वह सम्मेलन में भाग लेने वाले उत्तर प्रदेश के अकेले सरकारी प्रतिनिधि होंगे। क्रिश्चियन कॉलेज में हिंदी विभागाध्यक्ष एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र विक्रम को विदेश मंत्रालय से औपचारिक न्योता मिल चुका है। सुरेंद्र विक्रम सम्मेलन में 'हिंदी बाल साहित्य और भारतीय संस्कृति' विषय पर व्याख्यान देंगे।
कार्यशालाओं में करते प्रशिक्षित
वरिष्ठ बाल साहित्यकार डॉ. विक्रम कहते हैं, बच्चे देश का भविष्य हैं। उनका संपूर्ण विकास तभी होगा जब उन्हें अच्छी व प्रभावी शिक्षा मिलेगी। इसलिए हिंदी को प्रोत्साहित करने के लिए मैं लगातार कार्यशालाओं के माध्यम से शिक्षकों को प्रशिक्षित करता रहता हूं। डॉ. विक्रम की बाल साहित्य से जुड़ी हिंदी की अब तक 24 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। हिंदी बाल पत्रकारिता उद्भव और विकास, समकालीन बाल साहित्य : परख और पहचान, बाल साहित्य : शोध समीक्षा संदर्भ और हिंदी बाल साहित्य विविध परिदृश्य कई ग्रंथ प्रकाशित हो चुके हैं।
डिजिटल माध्यम भी कारगर
डॉ. विक्रम कहते हैं, आजकल के बच्चे अपना ज्यादातर समय मोबाइल और इंटरनेट पर बिताते हैं। इसलिए उनकी रुचि को ध्यान में रखते हुए यूट्यूब पर कविताओं और कहानियों को अपलोड किया गया है ताकि वीडियो के जरिये रोचक माध्यम से बच्चों तक संदेशपरक साहित्य पहुंचे। यूट्यूब पर 'मन करता है' और 'उलझन' कविता के 25 वर्जन अलग-अलग भाषाओं में देशभर के बच्चों का ज्ञानवर्धन कर रहे हैं।