कोरोना महामारी के वक्त फर्जी कॉल से परेशान 108 एंबुलेंस सेवा कर्मी, अब दर्ज होगी FIR
कोरोना महामारी में गैर जरूरी कॉल मुसीबत बढ़ा रही हैं ऐसे में अब फर्जी कॉल करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। इमरजेंसी में लोगों को अस्पताल पहुंचाने वाली 108 एंबुलेंस सेवा के कार्मिक इन दिनों फर्जी कॉल से बेहद परेशान हैं। कोई फोन मिला कर अपने बच्चे को गाना सुनाने की डिमांड कर रहा है तो कोई मोबाइल रिचार्ज कराने या फिर दूध दिलाने की मांग कर रहा है।
ऐसा नहीं कि पहले ऐसी कॉल नहीं आती थीं, लेकिन अब इनकी संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है। कोरोना महामारी में गैर जरूरी कॉल मुसीबत बढ़ा रही हैं, ऐसे में अब फर्जी कॉल करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया गया है। यूपी में 108 एंबुलेंस सेवा का संचालन करने वाली निजी कंपनी के स्टेट हेड किशोर नायडू ने बताया कि बीते कुछ दिनों में ही करीब 25 हजार फर्जी काल आई हैं।
यही नहीं एक नंबर से तो करीब 315 बार और अगले दिन करीब 200 बार फर्जी कॉल की गई। इस समय कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है तो इस तरह की फोन कॉल मुसीबत का सबब बन गई हैं। ऐसे में अब निर्णय लिया गया है कि फर्जी कॉल करके परेशान करने वालों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
मरीजों को मुसीबत में डाल सकती है फेक कॉल्स
108 एंबुलेंस के माध्यम से इमरजेंसी के वक्त घर या फिर सड़क पर से मरीजों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। रेफर की दशा में मरीज को एक सरकारी अस्पताल से दूसरे में भी शिफ्ट करने में एम्बुलेंस मदद कर रही है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में फोन करने के 15 मिनट के भीतर एम्बुलेंस पहुंचाई जा रही है, लेकिन गैरजरूरी फोन कॉल ने मुश्किलों को बढ़ा दिया है। पुरुष ही नहीं महिलाएं भी बेवजह 108 एंबुलेंस सेवा पर फोन कर रही हैं। इससे समय पर एम्बुलेंस के पहुंचने में अड़चन आ रही है। ऐसे में वक्त पर यदि एंबुलेंस मुसीबत में पड़े लोगों तक नहीं पहुंची तो उनकी जान को खतरा हो सकता है।