डिग्री कॉलेजों में बढ़ेंगी सिर्फ 10 फीसद सीटें
कुलपति बोले, सीट बढ़ोतरी की मांग करने वाले कॉलेजों में ही बढ़ेंगी सीटें। उ'च शिक्षा विभाग ने 33 प्रतिशत तक सीटें बढ़ाने के दिए थे निर्देश, कुलपति पर छोड़ा है फैसला ।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। डिग्री कॉलेजों में स्नातक कोर्सेज में सिर्फ दस फीसद सीटें ही बढ़ाई जाएंगी। कुलपति प्रो. एसपी सिंह का कहना है कि जो डिग्री कॉलेज सीट बढ़ोतरी के लिए मांग करेंगे उनके यहां ही जरूरत व मानकों की जांच कर सीटें बढ़ाई जाएंगी। जो कॉलेज अपने यहां सीट बढ़ोतरी चाहते हैं वह जल्द आवेदन करें। पिछले दिनों उच्च शिक्षा विभाग की ओर से स्नातक में 60 सीट के एक सेक्शन को 80 सीट में तब्दील करने यानी 33 प्रतिशत सीटें बढ़ाने का फरमान जारी किया था। सीट बढ़ोतरी का अंतिम निर्णय कुलपति द्वारा कॉलेज के मानकों की जांच करने के बाद ही लेने के निर्देश भी दिए थे।
लविवि कुलपति कहते हैं कि डिग्री कॉलेजों में सीट बढ़ोतरी और दाखिले की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी कर ली जाएगी। इस बार सेमेस्टर प्रणाली बीए, बीएससी व बीकाम में लागू हो गई है। ऐसे में सेमेस्टर परीक्षा के लिए कोर्स पूरा होना भी जरूरी है। केकेसी के प्राचार्य डॉ. एसडी शर्मा कहते हैं कि उनके यहां बीकाम कोर्स में ही दाखिले के लिए मुकाबला अधिक है। ऐसे में इस कोर्स में ही सीटें बढ़ाने के लिए आवेदन किया जाएगा। क्योंकि विद्यार्थियों का फर्स्ट सेमेस्टर का कोर्स करीब डेढ़ महीने का छूट चुका होगा, ऐसे में उनके लिए अलग से कक्षाएं पढ़ाने की व्यवस्था करनी होगी। कालीचरण पीजी कॉलेज में भी बीकाम कोर्स में ही दाखिले के लिए विद्यार्थी ज्यादा चक्कर काट रहे हैं। यहां भी बीकाम के लिए आवेदन होगा। उधर नवयुग कन्या पीजी कॉलेज की प्राचार्य डॉ. सृष्टि श्रीवास्तव कहती हैं कि बीकाम व बीएससी में दाखिले की डिमांड है। ऐसे में इसके लिए आवेदन किया जाएगा। बाकी बीए में सीट बढ़ोतरी की मांग नहीं है। फिलहाल राजधानी में 173 डिग्री कॉलेजों में करीब 60001 सीटें हैं। ऐसे में अगर सभी कॉलेजों में बीए, बीएससी व बीकाम की सीटें बढ़ेंगी तब छह हजार सीटें बढ़ेंगी, लेकिन कॉलेजों में बीए व उसके बाद बीएससी में सीटें बढ़ाने की डिमांड ज्यादा नहीं है। ऐसे में कम सीटें बढ़ेंगी।