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ललितपुर जिला प्रशासन का फरमान, मीडिया वाट्सएप ग्रुप का रजिस्ट्रेशन कराएं

जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक डॉ ओपी सिंह ने फरमान जारी किया है। कहा गया है जिले का कोई भी पत्रकार बिना सूचना विभाग में पंजीकरण करवाए मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप का संचालन नहीं कर सकता।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 12:26 PM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 03:56 PM (IST)
ललितपुर जिला प्रशासन का फरमान, मीडिया वाट्सएप ग्रुप का रजिस्ट्रेशन  कराएं
ललितपुर जिला प्रशासन का फरमान, मीडिया वाट्सएप ग्रुप का रजिस्ट्रेशन कराएं

ललितपुर (जेएनएन)। मीडिया पर अंकुश लगाने की खातिर ललितपुर जिला प्रशासन ने अनोखा फरमान सुनाया है। जिला प्रशासन ने सभी पत्रकारों को वाट्सएप ग्रुप का सूचना विभाग में रजिस्ट्रेशन कराने का आदेश दिया है। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की धमकी दी है।

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जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह व पुलिस अधीक्षक डॉ ओपी सिंह ने फरमान को लिखित में जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जिले का कोई भी पत्रकार बिना सूचना विभाग में पंजीकरण करवाए मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप का संचालन नहीं कर सकता। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मीडिया पर शिंकजा कसने के लिए अब व्हाट्सएप ग्रुप पर अंकुश लगाना शुरू कर दिया है। ललितपुर जिला प्रशासन ने एक अजीबोगरीब फरमान जारी करते हुए पत्रकारों को बिना पंजीकरण के मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप के संचालन पर रोक लगा दी है। जिला प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जिले के पत्रकार सभी मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप को सूचना विभाग के साथ रजिस्टर करवाएं, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इसमें कहा गया है कि जिले का कोई भी पत्रकार बिना सूचना विभाग में पंजीकरण करवाए मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप का संचालन नहीं कर सकता। लिखित आदेश के मुताबिक, ग्रुप एडमिन को ग्रुप में जुड़े सभी सदस्यों की जानकारी देनी होगी। इसके साथ ही ग्रुप एडमिन को आधार कार्ड की कॉपी, फोटो और अन्य जानकारियां उपलब्ध करानी होंगी।

यह आदेश सभी मीडिया से जुड़े वेबसाइटों पर भी लागू होती है। आदेश में आगे कहा गया है कि इस ग्रुप में किसी भी तरह की आपत्तिजनक या अपमानित करने वाले पोस्ट को शेयर करने के लिए एडमिन जिम्मेदार होगा।

ललितपुर में बीते दिनों महरौनी कोतवाली के चौकी गांव में दो पक्षों में विवाद हो गया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह के अफवाह फैलाई जा रही थी। इस प्रकरण में यह भी कहा जा रहा था कि कुछ फर्जी पत्रकार व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए इस अफवाह को फैला रहे थे। इसके बाद जिला प्रशासन ने फर्जी पत्रकारों पर नकेल कसने के लिए यह आदेश जारी किया है।

यूपी पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है। इसी क्रम में यूपी पुलिस अपने ट्विटर हैंडल से लगातार लोगों को अफवाहों से सतर्क रहने की सलाह दे रही है। पुलिस वालंटियर्स की भी मदद ले रही है। इसके इतर पत्रकारों के लिए जारी फरमान चर्चा का विषय बना हुआ है। 


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