पाली क्षेत्र में खनन मा़िफया सक्रिय
- तमाम शिकायतों के बाद भी नहीं की जा रही कार्यवाही - पुलिस व प्रशासन के संरक्षण की आशका, धड़ल्ले से
- तमाम शिकायतों के बाद भी नहीं की जा रही कार्यवाही
- पुलिस व प्रशासन के संरक्षण की आशका, धड़ल्ले से दौड़ते है ट्रैक्टर
ललितपुर ब्यूरो :
पाली क्षेत्र में खनन माफिया सक्रिय हैं। यह दूधई, डूगरिया, लिधौरा व कनपुरा आदि क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध रूप से खनन कार्य कर रहे हैं। पुलिस व प्रशासन द्वारा कार्यवाही न करने से इनके हौसले बुलन्द है। क्षेत्रवासियों ने इस अवैध खनन पर रोक लगाए जाने की माँग की है।
थाना पाली के पठारी क्षेत्र में कनपुरा से लेकर बालाबेहट तक ग्राम सभा व वन विभाग में प्रशासनिक अधिकारियों की साँठगाठ के चलते अवैध खनन का कारोबार बदस्तूर जारी है। शासन के स्पष्ट आदेश के बाद भी अवैध खनन रोकने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। सूत्रों की माने तो पत्थर के एक ट्रैक्टर की महीने भर की ऐण्ट्रि फीस 12 से 15 हज़ार के बीच होती है। प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद भी थाना पाली के पठारी क्षेत्र में माफि़या के चेहरे नहीं बदले, यह अब भी शासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। इससे पर्यावरण के साथ-साथ राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।
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अधिकारियों के भ्रमण पर रखी जाती है नज़र
ललितपुर : पाली क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर चल रहा अवैध खनन बगैर प्रशासन के मिलीभगत से सम्भव नहीं है। इसके बाद भी अवैध खनन कराने वाले माफिया पाली केविन चौकी एवं थाने के आसपास दिनभर मँडराते रहते हैं, जिससे अधिकारियों के मूवमेण्ट पर नज़र रख सकें। जि़ला स्तरीय अधिकारी के इस क्षेत्र में भ्रमण पर सूचना ट्रैक्टर पर काम कर रहे श्रमिक व मालिकों तक पहुँच जाती है। इससे वह सतर्क हो जाते हैं। साथ ही अधिकारियों पर नज़र रखने के लिए ट्रैक्टर से आगे-आगे 2 किलोमीटर की दूरी पर पायलट करते हुए बाइक सवार चलते हैं। इन बाइक सवारों से ट्रैक्टर चालक लगातार मोबाइल के माध्यम से सम्पर्क में रहता है।