अध्यात्म से जुड़कर साकार होगी विश्व में स्वर्णिम युग की परिकल्पना: ब्रह्मकुमारी
ललितपुर ब्यूरो: राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी गीता बहन माउण्टआबू राजस्थान ने कहा विश्व में पुन: स्वर्णिम
ललितपुर ब्यूरो:
राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी गीता बहन माउण्टआबू राजस्थान ने कहा विश्व में पुन: स्वर्णिम युग लाने के लिए जागृति लाना होगी। वर्तमान समय विज्ञान का युग है। इस युग में हमें भौतिक सुख-सुविधाएं तो प्राप्त हो जाएंगी, लेकिन सच्चा अध्यात्म ज्ञान मिलना कठिन है। हमें जागृत होकर अध्यात्म से जुड़ना होगा। तभी वर्तमान विश्व में स्वर्णिम युग की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। हमें अध्यात्म से जुड़कर सतगुग जैसी कल्पना करना चाहिए। वह प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ललितपुर के तत्वावधान में आयोजित स्वर्णिम युग कार्यक्रम को मुख्यवक्ता के रूप में सम्बोधित कर रही थीं। कार्यक्रम के शुभारम्भ नन्ही बालिका द्वारा माँ सरस्वती की वन्दना पर नृत्य के माध्यम से हुआ। तत्पश्चात मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया। बहनों द्वारा मंचासीन अतिथियों का तिलक लगाकर व माला पहनाकर स्वागत किया गया।
ब्रह्मकुमार राजसिंह माउण्ट आबू ने कहा हमें अपनी सोच को बदलना होगा। सकरात्मक सोच को रखकर ही हम अपने कर्तव्यों का पालन कर सकते है। ललितपुर में लगभग तीस वर्ष से सेवायें दे रहीं ब्रह्मकुमारी बहन चित्ररेखा ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की संक्षिप्त आख्या प्रस्तुत की। इस दौरान मंचासीन अतिथि सदर विधायक रामरतन कुशवाहा, नगर पालिका अध्यक्ष रजनी साहू, नगर पंचायत तालबेहट अध्यक्ष मुक्ता सोनी, सागर से आयी ब्रह्मकुमारी छाया दीदी, बीना से आयी हुई ब्रह्मकुमारी सरोज दीदी ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्मकुमारी माया दीदी ने किया। इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी जानकी दीदी, ब्रह्मकुमारी प्रीति दीदी, ब्रह्मकुमारी रूबी दीदी, लता, किरन, निधि, क्रान्ति, उमा यादव, चन्दा साहू, रानी साहू, रजनी, विद्यासागर भाई, मनीष राठौर, सत्यनारायण भाई, रामस्वरूप भाई, लक्ष्मीनारायण साहू, अरविन्द साहू, मनीष दुबे, आशीष भाई, डॉ.श्रीराम साहू, अशोक राठौर, चन्द्रशेखर राठौर, राहुल जैन पत्रकार, रवि चौबे एमएलसी प्रतिनिधि, भगवत नारायण शर्मा प्राचार्य, दातार भाई, अवध बिहारी उपाध्याय, एनएल शर्मा, डॉ.आरसी साहू, प्रदीप जैन सतरवास, मनीष भाई, राहुल जैन, पुष्पेन्द्र जैन, प्रमोद सक्सेना, रवि चौबे, कन्हैयालाल नामदेव, काशीराम साहू, डॉ.एमएस तोमर, रामस्वरूप साहू, बृजेश तिवारी, पूरन भाई मौजूद रहे।