भाजपा ने मनाया मुखर्जी का बलिदान दिवस
ललितपुर ब्यूरो: संसदीय कार्यालय तालाबपुरा में भाजपा जिला इकाई द्वारा भाजपा की पूर्ववर्ती जनसंघ के
ललितपुर ब्यूरो:
संसदीय कार्यालय तालाबपुरा में भाजपा जिला इकाई द्वारा भाजपा की पूर्ववर्ती जनसंघ के प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को बलिदान दिवस पर याद किया गया। भाजपाइयों ने राष्ट्र निर्माण के लिए दिए गए योगदान को प्रासागिक बताकर पुष्पाँजलि अर्पित की। वक्ताओं ने कहा कि देश की खातिर दिया गया मुखर्जी का बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
सांसद प्रतिनिधि प्रदीप चौबे ने कहा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू की कश्मीर नीति का सख्त विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि देश किसी भी भाग में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान की नीति नहीं चलेगी। सदर विधायक रामरतन कुशवाहा ने कहा डॉ. मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की और इस स्थापना को राष्ट्रवाद को सर्वाेपरि माना। उनकी राष्ट्रवादी नीति ही थी, जो कश्मीर को अलग दर्जे की स्थिति को स्वीकार्य नहीं थी। परमिट का विरोध करते हुए उन्होंने हजारों लोगों के साथ बिना परमिट कश्मीर में प्रवेश कर गिरफ्तारी दी और कश्मीर में ही उनका बलिदान हो गया। आज हम कह सकते है कि उनका बलिदान निरर्थक नहीं हुआ। तत्कालीन सरकार ने पूरे देश में आक्रोश की ज्योति देखते हुए परमिट प्रथा को समाप्त कर दिया और आम भारतीय का कश्मीर में प्रवेश आसान हो गया। जिलाध्यक्ष रमेश कुमार सिंह लोधी एडवोकेट ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी कुशाग्र व्यक्तित्व के धनी थे। महज 33 वर्ष की आयु में ही उन्हे कोलकाता विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया था। संसद में जब वह बोलते थे, तो पक्ष और विपक्ष दोनों ही उन्हे एकटक होकर सुनते थे। कई बार तो जवाहरलाल नेहरू भी जवाबहीन हो जाते थे। 23 जून को उनके बलिदान की गुत्थी आज भी अनसुलझी है। कार्यक्रम को जगदीश सिंह लोधी एडवोकेट, घनश्याम साहू, हरिश्चन्द्र रावत ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर सहकारी बैंक सभापति हरीराम निरजन, जिला महामंत्री बब्बू राजा बुन्देला, राजकुमार जैन चूना, रामेश्वर सड़ैया, चन्द्रशेखर पंथ, लक्ष्मी रावत, किरण सेन, अर्चना राजपूत, रजनी अहिरवार, देवेन्द्र गुरू, अनुराग जैन शैलू, अजय जैन साइकिल, केके हुण्डैत, अनुराग जैन, सन्दीप सिंह बुन्देला, भरत पाल, अजय पटैरिया, राजीव हुण्डैत, गौरव गौतम, रेखा परिहार, सुनीता झाँ, रामरती, सुनीता यादव, भगवत सिन्धी, ध्रुव सिंह सिसौदिया, मनोहर सिंह यादव, मनीष बामौर, आकाश गुप्ता, प्रभाकर शर्मा, भरत पुरोहित, अभिषेक सोनी, दीपक सिंघई, दीपक जैन, मोनू कुशवाहा, विक्रान्त रावत, सुरेन्द्र प्रताप रजक, सुनील मिश्रा मौजूद रहे।