हाल-ए-तालबेहट: 19 दिन से तालबेहट में 'पानी' गायब
तालबेहट(ललितपुर) : तालबेहट में पिछले 19 दिनों से पानी गायब है। जिससे गर्मी बढ़ने के साथ ही पेयजलापूर
तालबेहट(ललितपुर) : तालबेहट में पिछले 19 दिनों से पानी गायब है। जिससे गर्मी बढ़ने के साथ ही पेयजलापूर्ति की प्रशासनिक तैयारियों के दावों की पोल भी खुलने लगी है। हवा-हवाई हो रहे इन दावों के बीच आम लोगो में पेयजल के लिये त्राहि-त्राहि मची हुई है। किन्तु उसके बाबजूद भी पानी समस्या से निजात दिलाने की जगह अफसर पानी के मुद्दे पर पल्ला झाड़ रहे है। पिछले करीब एक सप्ताह से पाइप लाइन मरम्मतीकरण का कार्य बन्द पड़ा है, जिससे पाइप लाइन को दुरूस्त कराने के दावे भी फेल होते दिखाई दे रहे है। लोगों की शिकायतों पर भले ही टैकर्स से जलापूर्ति की जा रही हो, किन्तु पेयजल की भीषण किल्लत में यह समस्या लोगों के लिये नाकाफी है।
भले ही देश और प्रदेश की सरकारे स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लाख दावे कर रहीं हों, किन्तु तालबेहट में लोगो को पर्याप्त पानी सप्लाई के दावे फुस्स हो गये है। जिससे तालबेहट नगर व आस-पास के क्षेत्रों में पानी के लिये त्राहि-त्राहि मची हुई है। पीने के पानी को लेकर कहीं रतजगा हो रहा है, तो कहीं धक्का-मुक्की। उसके बावजूद भी नगर सहित क्षेत्र के कई गाँवों में लोगों को पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। तालबेहट नगर व आस-पास के गाँव प्यासे है। उसके बाबजूद भी जल संस्थान के अफसर चुपचाप तमाशा देख रहे हैं और लोग सिर पर पानी ढो रहे हैं। मालूम हो कि पिछले 19 दिन पूर्व माताटीला ट्रीटमेंट प्लाण्ट से आने वाली पाईप लाइन हाईवे के पास क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसको तीन दिनों में मरम्मत कराने का विभाग ने दावा किया था, किन्तु 19 दिन गुजरने के बाद भी पाइप लाइन दुरूस्त नहीं हो पाई। अफसर पाइप लाइन दुरूस्त कराने व लोगो को पानी मुहैया कराने को लेकर कितने संजीदा है इसका अन्दाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले एक सप्ताह से पाईप लाइन मरम्मतीकरण कार्य भी पूर्ण रूप से ठप्प पड़ा हुआ है। जिससे पानी का संकट दिनों दिन गहराता जा रहा है। नगर और गाँववासी एक-एक बूँद पानी के लिये तरस रहे है। हालात इतने खराब है कि पीने की एक बाल्टी पानी के लिये लोगों को न सिर्फ लम्बी दूरी तय करनी पड़ रही है, बल्कि रात को 2 बजे से उठकर हैण्डपम्प पर लाइन लगानी पड़ रही है। इतना सब होने के बाबजूद भी जल संस्थान के अफसर पेयजल समस्या को लेकर संजीदा नहीं है। जल संस्थान की मनमानी से नगर व क्षेत्र की जनता बुरी तरह से तंग आ चुकी है। ऐसा भी नहीं कि जिला प्रशासन द्वारा पेयजलापूर्ति सुचारू करने के निर्देश न दिये गये हों, किन्तु जिलाधिकारी की हिदायत के बाबजूद भी जल संस्थान के अफसर डीएम के निर्देशों को हवा में उड़ाते दिखाई दे रहे है। जिससे अब जनता का भरोसा धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है। पिछले 19 दिनों से पेयजलापूर्ति ठप्प पड़ी हुई है, किन्तु उसके बावजूद अफसर पानी समस्या को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे है। अगर यही हाल रहा तो तालबेहट नगर व क्षेत्र की जनता जल्द ही जिला मुख्यालय पर बड़ा आन्दोलन करेगी और अफसरों से पानी का जबाब माँगेगी।
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बॉक्स में -
पानी के प्रबन्ध में गुजर रहे दिन-रात
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तालबेहट नगर व आस-पास की पेयजलापूर्ति का जिम्मा जल संस्थान के पास है। नगर व क्षेत्र के कई गाँव भीषण जल संकट की चपेट में है। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है, पानी जुटाने के लिये महिलाओं को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। नगर क्षेत्र में स्थित दर्जनों हैण्डपम्प बीमारी की हालत में है। क्षेत्र के गाँव के कई कुएं भी सूख गये है। पानी के प्रबन्ध में लोगों के दिन-रात गुजर रहे है। तब कहीं जाकर उन्हे पीने भर का पानी नसीब हो पा रहा है।
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रानी रायकवार।
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सौगात में मिली समस्या
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तालबेहट की रानी रायकवार बताती है कि पेयजल समस्या उन्हे सौगात में मिली है। जबसे वह तालबेहट की बहू बनकर आयीं है, उन्हे पानी समस्या से ही जूझना पड़ रहा है। दिन-रात सिर्फ पानी के ही इतजाम में गुजर रहे है। वषरें से चली आ रही जल समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो पाया है।
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दीक्षा रजक।
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पानी के इन्तजाम में पढ़ाई हो रही प्रभावित
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तालबेहट के वार्ड क्रमाँक 1 की निवासी बीए की छात्रा दीक्षा रजक बतातीं है कि उनके दिन की शुरूआत पानी के इतजाम करने से होती है। जिससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। पानी समस्या कोई नई समस्य नहीं है, वर्षो पुरानी समस्या है। जब भी चुनाव होते है, जन-प्रतिनिधि और अफसर पानी समस्या के निदान के बड़े-बड़े वादे करते है, किन्तु चुनाव पूर्ण होते ही उनके वादे बस वादे ही रह जाते है।
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नीरजा जैन।
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पानी के लिये बहाना पड़ रहा पसीना
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वार्ड क्रमाँक 10 की निवासी नीरजा जैन बतातीं है कि पिछले कई दिनों से तालबेहट की पेयजलापूर्ति पूरी तरह से ठप्प है। यहाँ पानी के लिये टैकर आते है, किन्तु टैकरं से पानी भरने के लिये पसीना बहाना पड़ता है। तब कही उन्हे जरूरत से भी कम पानी मिल पाता है। पानी समस्या के निदान के लिये अफसरों को गम्भीरता दिखानी चाहिये।
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प्रमोद अहिरवार।
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जल संस्थान की मनमानी जनता पर पड़ रही भारी
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वार्ड क्रमाँक 1 के निवासी प्रमोद अहिरवार बताते है कि जल संस्थान की शिथिलता व लापरवाही के चलते विगत कई वषरें से तालबेहट की पेयजलापूर्ति गड़बड़ाई हुई है। जल संस्थान के पास पर्याप्त संसाधन होने के बाबजूद भी विभाग लोगों के कण्ठ तर नहीं कर पा रहा है। जल संस्थान की मनमानी जनता पर भारी पड़ रही है।
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पुष्पा रजक।
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मनमानी से बांट रहे टैकर का पानी
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वार्ड क्रमाँक 5 की निवासी पुष्पा रजक बताती है कि नगर क्षेत्र में टैकर से पानी बंटवाने के नाम पर भी भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। रसूखदारों के यहाँ मनमर्जी का पानी बाँटा जा रहा है, जबकि कुछ लोगों को घण्टों इन्तजार के बाद भी पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। जिससे गरीब तबके के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।