कुल्हाड़ी के ताबड़तोड़ प्रहार करके उतारा मौत के घाट
ललितपुर ब्यूरो: इसे सनक नहीं तो और क्या कहा जाएगा। जिन्दगी के जिस मुकाम पर सहारे की जरूरत होती है, उ
ललितपुर ब्यूरो: इसे सनक नहीं तो और क्या कहा जाएगा। जिन्दगी के जिस मुकाम पर सहारे की जरूरत होती है, उसी आखिरी पड़ाव पर एक वृद्ध अपने से बुजुर्ग समधी को कुल्हाड़ी से काट डाला। घटना कोतवाली सदर क्षेत्र के महर्रा गाँव की है। हत्यारोपी अब जेल की सीखचों के पीछे पहुँच गया है।
कोतवाली क्षेत्र के महर्रा गाँव में सोमवार देर रात 88 वर्षीय हरप्रसाद विश्वकर्मा पुत्र गुल्ले की घर के कमरे में कुल्हाड़ी से काट कर नृंशस हत्या कर दी गर्ई। घटना के चन्द घण्टे के बाद ही हत्यारोपी बेनकाब हो गया, जिसे देखकर मृतक के परिजनों के साथ ही खा़कीधारी भी सन्न रह गए। हरप्रसाद को उसके 75 वर्षीय समधी चतुर विश्वकर्मा पुत्र रामचरन निवासी गँजबासौदा जिला मध्य प्रदेश ने ही मौत के घाट उतारा था। मृतक के परिजनों के अनुसार चतुर विश्वकर्मा अपनी पत्नी हल्कीबाई के साथ सोमवार को ही अपनी सबसे छोटी पुत्री ममता पत्नी राजेश के यहा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम महर्रा आया था। ममता अपनी बहन के यहा गई हुई थी, जबकि दामाद राजेश निजी सुरक्षा गॉर्ड की डयूटि पर गया था। घर में मौजूद अन्य परिजनों ने चतुर सिंह एवं उसकी पत्नी की खातिरदारी की। खाना खाने के बाद रात लगभग 12 बजे तक परिवार के सभी सदस्य आपस में बातें करते रहे। इसे बाद चतुर सिंह को समधी हरप्रसाद के साथ कमरे में अलग चारपाई पर सुला दिया गया। रात लगभग दो बजे बहू माया ने हरप्रसाद के चीखने की आवाज सुनी, कमरे में जाकर देखा तो उसके पैरों जमीन सरक गई। हरप्रसाद लहुलुहान हालत में मृत चारपाई पर मृत पड़ा था। चारपाई के निकट ही रक्तरजित कुल्हाड़ी पड़ी थी और बगल वाली चारपाई से समधी चतुर विश्वकर्मा नदारद था, जिसे देखकर परिजनों को माजरा समझते देर नहीं लगी और ग्रामवासियों की मदद से हत्या करके फरार आरोपी को झाँसी रोड स्थित पेट्रोल पम्प के निकट पकड़कर कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया। कोतवाली पुलिस ने मृतक के पुत्र धर्मदास की तहरीर के आधार पर नामजद आरोपी के खिलाफ आइपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा पंजीकृत करके उसे जेल भेज दिया है।
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बाक्स में,
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ललितपुर: गिरफ्त में आया हत्यारोपी।
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ललितपुर: रक्तरजित कुल्हाड़ी।
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जमीन बिक्री के रुपयों की खातिर बना हत्यारा
गिरफ्त में आए हत्यारोपी ने खोला हत्या का रहस्य
ललितपुर: पुलिस की गिरफ्त में आए सनकी हत्यारोपी ने पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने बेबा़की से हत्या के अपराध को स्वीकार कर लिया, उसने खुलासा किया कि जमीन बिक्री के रुपयों की वजह से उसने अपने समधी को सोते समय कुल्हाड़ी के ताबड़तोड़ प्रहार करके मौत की नींद सुला दिया। चतुर विश्वकर्मा ने पुलिस को बताया कि उसका एक भी पुत्र नहीं है, तीन पुत्रियाँ है, जिनकी शादी हो चुकी है, सबसे छोटी पुत्री ममता का विवाह राजेश पुत्र हरप्रसाद विश्वकर्मा के साथ आठ वर्ष पूर्व किया था, उसने अपने खेत व जमीन ढाई लाख रुपये में बेचकर उसमें से 20 - 20 हजार रुपये तीनों लड़कियों को दे दिए थे तथा शेष एक लाख 70 हजार रुपये अपनी पत्नी हल्की बाई के खाते में जमा कर दिए थे, लेकिन समधी हरप्रसाद एवं दामाद राजेश ने मिलकर उसकी पत्नी को फुसलाकर पूरा जमीन बिक्री के रुपये खाते से निकलवा लिए थे और पत्नी भी उसकी कोई बात नहीं सुन रही थी, जिसके चलते वह खाने - पीने को परेशान हो गया था, इस कारण उसने समधी की सोते समय कुल्हाड़ी से काट डाला, उसकी चीख सुनकर परिजनों को आते देखकर वह कुल्हाड़ी फेंककर घर से भाग निकला, लेकिन उसके परिवार व गाँव वालों ने पीछा करके उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। कोतवाली प्रभारी जयप्रकाश ने हत्या में प्रयुक्त रक्तरजित कुल्हाड़ी घटनास्थल से बरामद कर ली।
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ललितपुर: सीओ सिटि।
इनका कहना है
महर्रा गाँव के बुजुर्ग की हत्या के मामले में मृतक के पुत्र की तहरीर के आधार पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। घटनास्थल से वारदात में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद कर ली गई है। हत्यारोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है।
हिमाशु गौरव
क्षेत्राधिकारी, सदर।