फाइनल में झाँसी को पराजित कर लखनऊ की टीम बनी चैम्पियन
महरौनी (ललितपुर) : अन्तर्राच्यीय क्रिकेट टूर्नामेण्ट के फाइनल मैच में लखनऊ ने झाँसी को पटकनी देकर ट्
महरौनी (ललितपुर) : अन्तर्राच्यीय क्रिकेट टूर्नामेण्ट के फाइनल मैच में लखनऊ ने झाँसी को पटकनी देकर ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। स्थानीय नारायण रोड स्थित श्रीचन्द्रभानु गुप्त इण्टर कॉलिज क्रीड़ा स्थल पर एमसीसी और शिव सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन किया जा रहा था। जिसमें कई जनपदों की टीमों ने भाग लेकर दावेदारी प्रस्तुत की थी। फाइनल मैच का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि चंद्रभूषण सिंह बुन्देला उर्फ गुड्डू राजा, ओमप्रकाश जैन भदौरा और अंशुल भदौरा ने फीता काटकर किया। इस अवसर गुड्डू राजा ने कहा कि खिलाड़ियों को खेल की भावना से खेलना चाहिए और एक दूसरे के प्रति किसी भी प्रकार का द्वेष नहीं रखना चाहिए। खिलाड़ी की अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए इससे अच्छा मंच कोई नहीं है। झाँसी की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। जिसमें 20 ओवरों में 135 रन बनाये। दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा करने उतरी लखनऊ की टीम ने 19 ओवर में 136 रन बनाकर जीत हासिल की। मैन ऑफ द मैच अनमोल को एवं लखनऊ टीम के खिलाड़ी सौरभ सिंह मैन ऑफ द सीरीज दी गयी। उन्होंने टूर्नामेंट में 9 विकेट लिये और 96 रन बनाये। मैच के एम्पायर उदयभान सिंह टिंकू और शरद बड़ौनिया रहे। कॉमेण्ट्रेटर दुष्यंत बड़ौनिया, आकाश साहू एवं शकर सिंह रहे। जबकि बतौर स्कोरर जितेन्द्र तिवारी, दिनेश कौशिक और वाजिद खान रहे। इस अवसर पर देवेन्द्र सिंह, रजऊ राजा, शैलेन्द्र राजा के द्वारा विजेता एवं उपविजेता टीम के खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किये। वहीं, टूर्नामेण्ट के सभी सहयोगियों का सम्मान मैडल पहनाकर किया गया। इस मौके पर कल्लू राईन, आशीष पण्डा, लखन अहिरवार, जगदीश पुरोहित, राजू, धर्मेन्द्र यादव, सलीम मंसूरी, अख्तर सिद्दिकी, अनिल बडौनिया, पवन परमार, गजेन्द्र, शक्ति सिंह, आदित्य कुमार तिवारी, विवेक सोनी बंटी, राजीव तिवारी, अभय दुबे, नारायण सिंह, लालू राजा, विनय दुबे, जगदीश परिहार, विजय राजा, गणेश राय, सरफराज अली, राघवेन्द्र सिंह राठौर, प्रदीप पटैरिया, गोलू रावत, कुलदीप पटैरिया, पंकज रावत, विनय मिश्रा, अमित पटैरिया, संतोष जोशी, सतीश जोशी, बृजेश वर्मा, बहादुर निरंजन, शिवचरन चौरसिया, जीवन, दिनेश विदुआ, अशोक, राजेन्द्र, भैरो, अभिषेक वर्मा आदि मौजूद रहे। संचालन सूर्यकान्त त्रिपाठी और हृदयेश गोस्वामी ने किया। आभार दुष्यन्त बड़ौनियाँ ने जताया।