कलेक्टरेट का बदला नजारा, द़फ्तर दिखे चकाचक
ललितपुर ब्यूरो : सूबे की सत्ता सँभालते ही मुख्यमन्त्री आदित्यनाथ योगी ने तल्ख़्ा तेवर दिखाना शुरू कर
ललितपुर ब्यूरो : सूबे की सत्ता सँभालते ही मुख्यमन्त्री आदित्यनाथ योगी ने तल्ख़्ा तेवर दिखाना शुरू कर दिये है। सीएम का ही खौ़फ है कि अब तक जिन सरकारी कार्यालयों की दीवारे पान और गुटखा की पीकों से रगीन ऩजर आती थीं, आज वहाँ सा़फ-सफाई देखी गई। इतना ही नहीं, गुरूवार को कलेक्टरेट सहित विभिन्न कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों ने गन्दगी नहीं करने की शपथ भी ली।
प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही प्रशासनिक मशीनरी अचानक से दौड़ पड़ी है। मुख्यमन्त्री के कड़े निर्देश के बाद प्रदेश भर में अफसर कामकाज में जुट गये है। जहाँ एक ओर ऐण्टी रोमियो स्क्वॉड प्रदेश भर में मनचलों पर नकेल कस रही है तो वहीं सरकारी कार्यालयों में साफ-सफाई को लेकर विशेष अभियान शुरू हो गया। इसके तहत गुरूवार को कलेक्टरेट सहित विभिन्न जिलास्तरीय कार्यालयों में कार्यालयाध्क्षों द्वारा कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। साथ ही गन्दगी नहीं करने और दूसरों को नहीं करने देने का संकल्प भी लिया। जिलाधिकारी डॉ. रूपेश कुमार ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत कलेक्टरेट सभागार में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलायी। शपथ ली गयी कि महात्मा गाँधी ने जिस भारत का सपना देखा था, उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गाँधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर माँ भारती को आजाद कराया। अब हमारा कर्त्तव्य है कि गन्दगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। मैं शपथ लेता हूं कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूंगा और उसके लिए समय दूंगा। हर वर्ष 100 घटे यानी हर सप्ताह 2 घण्टे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूंगा। मैं न गंदगी करूंगा न किसी और को गंदगी करने दूंगा।
सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे गाव से एवं मेरे कार्यस्थल से शुरूआत करूंगा। मैं यह जानता हूं कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं उसका कारण यह है कि वहाँ के नागरिक गंदगी नहीं करते और न ही होने देते हैं। इस विचार के साथ मैं गाँव-गाँव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूंगा। मैं आज जो शपथ ले रहा हूं, वह अन्य 100 व्यक्तियों से भी करवाऊंगा। वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घण्टे दें, इसके लिए प्रयास करूंगा। मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम, पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारियों/ कर्मचारियों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने कार्यालयों में साफ-सफाई तथा गुटखा, पान, मसाला, तम्बाकू आदि का सेवन न करें और न ही किसी को करने दें। सभी लोग अपने घरों के आस-पास गली, मोहल्लों में रहने वाले लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करें। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी पीयूष चन्द्र राय, अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी केबी मिश्र सहित कलेक्टरेट के कर्मचारी मौजूद रहे।
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ललितपुर : कर्मचारियों को शपथ दिलाते बीएसए।
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कार्यालय में पान-गुटखा खाया तो कार्यवाही : बीएसए
ललितपुर : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने गुरूवार को सुबह 10 बजे कार्यालय में कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। उन्होंने कर्मचारियों को संकल्प दिलाया कि कार्यालय को साफ-सुथरा रखा जायेगा। कार्यालय में न तो कोई कर्मचारी पान-गुटखा खाकर आयेगा और न ही किसी को खाने देगा। साथ ही कचरा निर्धारित स्थान पर फेंकने के भी निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि कार्यालय को साफ-सुथरा रखने के निदेश कर्मचारियों को दिये है। साथ ही चेतावनी दी कि यदि कहीं पर भी गंदगी फैलाई गई या फिर पान-गुटखा खाकर कार्यालय में प्रवेश किया तो कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होंने बताया कि कार्यालय में पान-गुटखा खाकर आने वालों और गंदगी फैलाने वालों पर नजर रखने के लिये मॉनिटरिग कमिटि का गठन किया है, जिसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ लिपिक द्वारिका जोशी को सौंपी गई है। उनकी मदद के लिये दुर्गा प्रसाद को भी साथ खा गया है। इसके पूर्व कर्मचारियों ने कार्यालय समय से पहले कर साफ-सफाई भी की और परिसर समेत कक्षों को चकाचक कर दिया। इस दौरान वरिष्ठ सहायक विश्व मोहन सक्सेना, पंकज पाराशर, स्टेनो सुरेश कुमार, मातादीन रैकवार, संतोष नामदेव, रमाशकर गुप्ता, नरेश कटारे, भगवत दयाल, विद्याकान्त दुबे, ओमकार दुबे, सायमा खान आदि कर्मचारी मौजूद रहे। इसी प्रकार नगर क्षेत्र में खण्ड शिक्षा अधिकारी आभा अग्रवाल ने कर्मचारियों और शिक्षकों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में भी कर्मचारियों को शपथ दिलाई।
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गन्दगी फैलाई तो होगी एफआइआर : डीडीओ
ललितपुर : विकास भवन स्थित कार्यालयों का नजारा शुक्रवार को देखने लायक था। सुबह से ही कार्यालय को साफ-सुथरा करने का अभियान चलाया गया। दीवारों पर पान की पीकें हटाने के साथ ही धुलाई भी की गई। वहीं जिला विकास अधिकारी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने विकास भवन स्थित सरकारी कार्यालयों में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। उन्होंने निर्देश दिये कि अधिकारी और कर्मचारी अपने कार्यालय में साफ-सफाई रखें। साथ ही घर-पड़ौस में रहने वालों को भी साफ-सफाई रखने हेतु प्रेरित करे। उन्होंने दो टूक कह दिया कि कार्यालय में कोई भी अधिकारी व कर्मचारी पान-गुटखा खाकर नहीं आयेगा। अब तक पान-गुटखा खाकर आने वालों से जुर्माना वसूला जाता था, लेकिन अब गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जायेगी। उन्होंने कार्यालय को साफ-सुथरा रखने में सभी से सहयोग का आह्वान भी किया है। उन्होंने बताया कि रोजाना कार्यालयों का निरीक्षण किया जायेगा और गुटखा-पान खाते पकड़े जाने पर कार्यवाही की जायेगी।
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ऑफिस में पान-गुटखा खाया तो नपेंगे अफसर व बाबू
- सीएम के फरमान ने उड़ाई अधिकारियों और कर्मचारियों की नींद
ललितपुर : सूबे के मुखिया यानि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ऐक्शन में आ गये है। उन्होंने सचिवालय का निरीक्षण किया तो गंदगी देख एक फरमान जारी कर दिया है। जिसके तहत सरकारी कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारी पान व गुटखा खाकर नहीं जा सकेंगे। ऐसा करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। सीएम के इस फरमान ने अफसरों और बाबुओं की नींद उड़ाकर रख दी है।
हाल ही में हुये प्रदेश के विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के साथ ही सूबे की कमान भाजपा के फायर ब्राण्ड नेता योगी आदित्यनाथ को सौंपी गई है। उन्होंने मुख्यमन्त्री पद की शपथ लेते ही मंशा स्पष्ट कर दी थी। जहाँ एक ओर मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था में सुधार के निर्देश जारी किये है तो वहीं साफ-सफाई पर भी विशेष जोर दे रहे है। प्रदेश में साफ-सफाई की शुरूआत उन्होंने सचिवालय से की है। सरकारी कार्यालयों में फैली गंदगी और जगह-जगह पान व गुटखे की पीकें देखकर उनका माथा ठनका और उन्होंने तत्काल प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में पान व गुटखा खाने पर बैन लगाने का ऐलान किया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी कार्यालय मे गुटखा या पान खाते पाया जाये तो कड़ी कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा ने उन अफसरों की परेशानी बढ़ा दी है जो सरकारी कार्यालय को घर समझ कर न सिर्फ पान व गुटखा खाते है बल्कि कार्यालय भवन की दीवारों को भी गंदा करते है। दीवारों पर जगह-जगह नजर आती पीकें इस बात की गवाह भी है कि सरकारी कार्यालयों में पान व गुटखे का सेवन जोरों पर किया जाता है। अब जबकि मुख्यमंत्री ने कार्यालयों में साफ-सफाई रखने के उद्देश्य से सरकारी कार्यालयों में पान व गुटखा खाने पर बैन लगा दिया है तो देखना दिलचस्प होगा कि जनपद के सरकारी कार्यालयों में इसका पालन होता है या फिर सीएम के आदेश सिर्फ आदेश बनकर ही रह जाते है। हालाँकि पहले दिन तो सीएम के आदेश का असर दिखाई दिया और कार्यालय चकाचक नजर आये।