World Record: साथी की बात चुभ गई तो यतीश ने छोड़ दी स्टेट बैंक क्लर्क की नौकरी
एक विश्व रिकार्ड पहले ही बनाकर नाम रौशन कर चुके गोला गोकर्णनाथ के यतीश को अपने साथी की बात चुभ गई थी जो उनके साथ एसबीआइ में नौकरी करता था।
लखीमपुर (जेएनएन)। एक विश्व रिकार्ड पहले ही बनाकर जिले का नाम रौशन कर चुके गोला गोकर्णनाथ के यतीश को उस वक्त् अपने ही एक साथी की बात चुभ गई थी जो उनके साथ एसबीआई में नौकरी करता था। यतीश के नजदीकी बताते हैं कि एक दिन वह बैंक में अपने काउंटर पर थे तभी एक बुजुर्ग पेंशन लेने के लिए आए। उनको देखते ही साथी ने कहा कि इस बुजुर्ग का मिलान कर लेना तब ही भुगतान करना। वरना जेब से पैसा भरना होगा इस बात में न जाने क्या बुरा यतीश को लग गया और अगले दिन यतीश अपना इस्तीफा लेकर ही बैंक आए और शाखा प्रबंधक को देकर वापस चले गए।
निजी संस्थान में कोचिंग
कुछ दिन बाद वह गोरखपुर में एक निजी संस्थान में छात्र-छात्राओ की कोचिंग में पढ़ाने लगे। अच्छी भली नौकरी छोड़ एक बार फिर से संघर्ष की राह पर चल पड़े यतीश अब अपने जीवन के दो-राहे पर खड़े थे। एक तरफ अपनी पहचान को नए सिरे से बनाने की जिम्मेदारी थी तो दूसरी तरफ बुजुर्ग हो रहे पिता व दो बच्चों को पालने-पोषने का दायित्व। उनके मन में ये सारा कुछ चल ही रहा था कि तभी गोरखपुर की कोचिंग में सुबह अखबार पढ़ते वक्त यतीश की आंखों के सामने से नकल के डर से चार लाख बच्चों के परीक्षा छोडऩे की खबर गुजरी। बकौल यतीश इस खबर ने उनको झकझोर कर रख दिया और वह अनमने से उस दिन कोचिंग गए।
पढने और पढ़ाने का ही रिकार्ड
बताते हैं वहां इस खबर पर बच्चों का व्यू जानने के लिए कहने लगे कि क्या आजकल के बच्चे स्कूल के अलावा चार घंटे भी नहीं पढ़ सकते? इस सवाल पर कुछ छात्रों के ऐसे जवाब आए कि जिसने यतीश को पढऩे और पढ़ाने के रिकार्ड बनाने पर मजबूर दिया। यतीश ने ठान लिया कि अब उनको पढने और पढ़ाने का ही रिकार्ड बनाना है। बस यतीश ने अगले ही दिन से तैयारी शुरू कर दी और गोरखपुर के अरविंद मिश्रा का सर्वाधिक पढ़ाने का रिकार्ड तोड़ अपना 148 घंटे , 14 मिनट और 13 सेकेंड का नया विश्व रिकार्ड बना दिया।
एलपीएस ने चलाया हस्ताक्षर अभियान
लखीमपुर: लगातार पढऩे का विश्व रिकॉर्ड बनाने में लगे गोला के यतीश चंद्र शुक्ला के समर्थन में लखनऊ पब्लिक स्कूल के सैकड़ों छात्र छात्राओं ने बढाया मनोबल। बुधवार को विद्यालय प्रांगण में उतर आए। बच्चों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया। विशाल बैनर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपने गुरुजनों के साथ हस्ताक्षर किए। प्रधानाचार्य अरविंद वर्मा एवं विजय सचदेवा ने भी छात्रों एवं शिक्षकों के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।