'तरणताल बनी शिवकॉलोनी से पानी निकलवाओ मैडम'
लखीमपुर: शहर के मुहल्ले जलभराव से त्रस्त हैं और नगर पालिका कुंभकर्णी नींद में सोई हुई
लखीमपुर: शहर के मुहल्ले जलभराव से त्रस्त हैं और नगर पालिका कुंभकर्णी नींद में सोई हुई है। हालात यह है कि शहर में बुखार से 14 मौतें हो रही हैं, जापानी इंसेफेलाइटिस से बच्चे बीमार हो रहे हैं। दवा छिड़काव की बात तो दूर रखिए नगरपालिका सफाई तक नहीं करा रही। ईदगाह वार्ड की शिव कॉलोनी के लोग पिछले करीब चार साल से जलभराव का दंश निवासी झेल रहे हैं। दोपहर करीब 12: 30 बजे-; जागरण टीम शिव कॉलोनी पहुंची तो कमलेश कुमार श्रीवास्तव कन्नी से अपने घर के सामने की नाली अपने आप साफ़ कर रहे थे। वह बताते हैं कि चार साल से पानी भरा हुआ है। मच्छर पैदा हो रहे हैं, कितनी बार नगर पालिका जाकर प्रार्थना पत्र दिए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसी वार्ड के सुशील कुमार बताते हैं कि चुनाव के पहले नगर पालिका अध्यक्ष निरुपमा वाजपेयी आई थी। खूब हाथ पैर जोड़े और वोट पाने की बातें भी की। सफाई के वादे किए, लेकिन अब उनका कोई प्रतिनिधि भी नहीं आता। मकानों की नींव में पानी जाने से दीवारे कमजोर हो रही हैं। घरों में सीलन आ रही है। शिव कॉलोनी के ही निवासी संजय वर्मा बताते हैं कि यह पूरी कॉलोनी किसी तालाब से कम नहीं है। सड़कें ध्वस्त हो चुकी है। इसी वार्ड के अजय मिश्रा बताते हैं कि कई बार उन्होंने नगर पालिका परिषद अध्यक्ष निरुपमा वाजपेयी के पति डॉ. सतीश कौशल वाजपेयी से बात भी की बहुत आश्वासन मिले, लेकिन रिजल्ट कुछ नहीं सामने आया।
सभासद ने दिया डीएम को ज्ञापन
शिव कॉलोनी में हुए जलभराव को देखते हुए मुहल्ला ईदगाह के सभासद सर्वेश कुमार वर्मा का कहना है कि वे इसके लिए पूरी तरह प्रयासरत हैं। इस बारे में उन्होंने डीएम को ज्ञापन देकर जलभराव खत्म कराकर बीमारी से बचाने के लिए मांग भी की है। डीएम को दिए गए ज्ञापन में उन्होंने लिखा है कि ईदगाह, बलदेव नगर और शिव कॉलोनी में जलभराव आज भी है।जिससे पूरा जीवन अस्त व्यस्त है। लोगों को पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल रहा है।
जल्दी ही होगा समस्या का समाधान
इस समस्या के बारे में नगर पालिका परिषद अध्यक्ष निरूपमा वाजपेयी का कहना है कि दो इंजन लगाकर पूरे शिव कॉलोनी बलदेव नगर का पानी नहर में डलवाया जा रहा है, लेकिन इतना ज्यादा पानी भरा है कि मुश्किल हो रही है इसी क्षेत्र में 33 तालाब भी हैं। जिसके कारण भी पानी निकलवा पाना मुश्किल है फिर भी पूरे प्रयास किए जा रहे हैं वह स्वयं भी जाकर मौके पर देखेंगे कि लोगों को क्या समस्या है।