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वेटलैंड और पक्षियों का संरक्षण जरूरी

दुधवा टाइगर रिजर्व के उत्तर सोनारीपुर रेंज चंदनचौकी के ग्राम परसिया मजुला ताल पर वेटलैंड डे मनाया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Feb 2021 11:09 PM (IST)Updated: Tue, 02 Feb 2021 11:09 PM (IST)
वेटलैंड और पक्षियों का संरक्षण जरूरी
वेटलैंड और पक्षियों का संरक्षण जरूरी

लखीमपुर : दुधवा टाइगर रिजर्व के उत्तर सोनारीपुर रेंज चंदनचौकी के ग्राम परसिया मजुला ताल पर विश्व वेटलैंड दिवस पर बर्ड फेस्टिवल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पक्षियों के महत्व और जलाशयों के संरक्षण के बारे में स्थानीय लोगों के लिए जागरूक करना था। भीषण ठंड और कोहरे की चादर के आगोश में चल रहे कार्यक्रम में चंदनचौकी रेंजर उदयराम कुशवाहा ने पक्षियों और प्रवासी पक्षियों की पहचान के बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा दुधवा जंगल में करीब 450 प्रजातियों से अधिक पक्षियों का बसेरा है। उस लिहाज से दुधवा जंगल का अलग ही महत्व है। विदेशी पक्षियों को ये इलाका खूब भाता है। हजारों मील दूर से आने वाले साइबेरियन पक्षी भी खूब आते हैं। इसलिए वैटलैंड का संरक्षण अति आवश्यक है। इसी तरह कार्यक्रम में वन दरोगा उग्रसेन त्रिवेदी, नरेश, राधेश्याम आदि ने वेटलैंड के संरक्षण पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम के समापन पर आए बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया। इस मौके पर परसिया, चंदनचौकी, पचपेड़ा के ग्राम प्रधान रामसमूझ, बालकराम राना, सर्वजीत पाठक, राकेश, शिवचरन सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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वेटलैंड और पक्षियों का संरक्षण जरूरी दुधवा टाइगर रिजर्व के उत्तर सोनारीपुर रेंज चंदनचौकी के ग्राम परसिया मजुला ताल पर विश्व वेटलैंड दिवस पर बर्ड फेस्टिवल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पक्षियों के महत्व और जलाशयों के संरक्षण के बारे में स्थानीय लोगों के लिए जागरूक करना था। भीषण ठंड और कोहरे की चादर के आगोश में चल रहे कार्यक्रम में चंदनचौकी रेंजर उदयराम कुशवाहा ने पक्षियों और प्रवासी पक्षियों की पहचान के बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा दुधवा जंगल में करीब 450 प्रजातियों से अधिक पक्षियों का बसेरा है। उस लिहाज से दुधवा जंगल का अलग ही महत्व है। विदेशी पक्षियों को ये इलाका खूब भाता है। हजारों मील दूर से आने वाले साइबेरियन पक्षी भी खूब आते हैं। इसलिए वैटलैंड का संरक्षण अति आवश्यक है। इसी तरह कार्यक्रम में वन दरोगा उग्रसेन त्रिवेदी, नरेश, राधेश्याम आदि ने वेटलैंड के संरक्षण पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम के समापन पर आए बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया। इस मौके पर परसिया, चंदनचौकी, पचपेड़ा के ग्राम प्रधान रामसमूझ, बालकराम राना, सर्वजीत पाठक, राकेश, शिवचरन सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।


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