UP News: बेटे के खून का बदला लेने के लिए पिता ने की समधी की हत्या, अवैध संंबंध के चलते हुआ था रिश्तों का कत्ल
इसी वर्ष 16 जनवरी को शत्रोहन और 23 फरवरी को निर्मला जेल से रिहा हुई। इधर बेटे की हत्या और पत्नी की बेवफाई से गुस्साया काशीराम दोनों के जेल से बाहर आने का इंतजार ही कर रहा था। शुक्रवार को मैनपुर गांव में शत्रोहन की रिश्तेदारी में शादी थी।
संवादसूत्र, लखीमपुर : पांच दिन पहले मितौली के रन्नूपुर में हुई ग्रामीण की हत्या में पत्नी की बेवफाई और बेटे की हत्या का बदला लिए जाने की कहानी सामने आ रही है। पुलिस के मुताबिक हत्या का कारण स्पष्ट है और अब आरोपित काशीराम की तलाश है। विवेचक आलोक कुमार धीमान के मुताबिक पुलिस की निगाह निर्मला पर भी है, निर्मला वही महिला है, जिसने अपने प्रेमी शत्रोहन के साथ मिलकर अपने 16 साल के बेटे की हत्या कर दी।
निर्मला का पति काशीराम इस हत्याकांड के बाद निर्मला और शत्रोहन के जेल से बाहर आने का इंतजार करता रहा। जैसे ही वह बाहर आया तो उसने मौका पाकर शत्रोहन को गोली मार दी। पुलिस आरोपित की तलाश में दबिश दे रही है।
शुक्रवार को पिपरझला-हरगांव मार्ग से गांव मैनपुर जाने वाले रास्ते में साइकिल सवार शत्रोहन निवासी रन्नूपुर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मौके से 315 बोर के तीन खोखे बरामद किए थे। पुलिस जांच में कई चौंकाने वाले राज सामने आए हैं।
पुलिस के मुताबिक मृतक शत्रोहन की पत्नी की कई साल पहले पहले मृत्यु हो चुकी थी। जिसके बाद शत्रोहन की नजदीकी अपनी बेटी की सास नीमगांव निवासी निर्मला पत्नी काशीराम के साथ बढ़ गई। निर्मला के बेटे दीपेंद्र ने इस संबंध का विरोध किया तो निर्मला ने शत्रोहन के साथ 2020 में दीपेंद्र की हत्या कर दी थी। पुलिस ने जांच शुरू की तो 28 अप्रैल 2022 को शत्रोहन और 27 जून 2022 को निर्मला देवी को दीपेंद्र की हत्या में जेल भेजा गया।
इसी वर्ष 16 जनवरी को शत्रोहन और 23 फरवरी को निर्मला जेल से रिहा हुई। इधर बेटे की हत्या और पत्नी की बेवफाई से गुस्साया काशीराम दोनों के जेल से बाहर आने का इंतजार ही कर रहा था। शुक्रवार को मैनपुर गांव में शत्रोहन की रिश्तेदारी में शादी थी।
शत्रोहन शादी में आया था और काशीराम ने मौका पाकर शादी से लौटते समय शत्रोहन को रास्ते में गोली मार दी। पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का दावा कर रही है, लेकिन हत्यारोपी पकड़ में नहीं आया है। दोनों घरों में ताला पड़ा है और किसी को नहीं पता कि निर्मला कहां हैं और कोई यह नहीं बता रहा कि रिहा होने के बाद वह कहां रह रही थी।
शत्रोहन हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। मृतक के समधी काशीराम ने प्रतिशोध में घटना को अंजाम दिया है। घटना वाले दिन आरोपी काशीराम को घटनास्थल के पास देखा गया था, जिसकी जानकारी ग्रामीणों से मिली है। काशीराम अभी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी है।
-सुबोध कुमार जायसवाल, सीओ मितौली