शहर में युवाओं ने शान से निकाली तिरंगा यात्रा
संवादसूत्र लखीमपुर स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर युवाओं में गजब का उत्साह दिखाई दिया। उन्होंने कई ग्रुपों में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया।
लखीमपुर : स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर युवाओं में गजब का उत्साह दिखाई दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले युवाओं ने दुखहरणनाथ मंदिर से पैदल यात्रा निकाली।
यह तिरंगा यात्रा इमली चौराहा से हीरालाल धर्मशाला से गुरु गोविंद सिंह चौक होते हुए जीआइसी ग्राउंड में समाप्त हुई। सदर विधायक योगेश वर्मा इस तिरंगा यात्रा में पूरे समय तक पैदल भ्रमण कर युवाओं का उत्साह बढ़ाते रहे। विधायक ने युवाओं को देश को आजाद कराने वाले महापुरुषों से भी परिचित कराया। कहा कि युवाओं के दम पर देश का सतत विकास हो रहा है। समापन के दौरान संगठन के प्रांत मंत्री अपूर्वम मिश्रा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का नारा है जहां हुए बलिदान मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है। संगठन इसी नारे को लेकर 370 और 35 ए को हटाने को लेकर धरना-प्रदर्शन, आमरण अनशन व छात्र जागरूकता अभियान चलाती रही है। प्रांत से आए प्रवासी कार्यकर्ता आशुतोष श्रीवास्तव, विभाग सह संयोजक शिवांश तिवारी, अजय, संकल्प शुक्ला, धैर्य धवन, अमन गुप्ता आदि मौजूद थे।
वहीं शाम पांच बजे हिदू युवा वाहिनी और विश्व हिदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने विलोबी मैदान से नगर के प्रमुख मार्गों पर तिरंगा यात्रा निकाली। इसकी शुरूआत सदर विधायक योगेश वर्मा ने तिरंगा लहराकर की। इस तिरंगा यात्रा की अगुवाई विहिप के संगठन मंत्री हिदू राघव व हिदू युवा वाहिनी के आशीष सिंह भदौरिया ने की। यात्रा सदर बाजार होते हुए नगर पालिका रोड, मेला मैदान, डीसी रोड, सौजन्या चौक, अस्पताल रोड सहित तमाम सड़कों से गुजरी। इसमें आशीष सिंह, समीर सिंह आदि युवा शामिल थे।
इधर, कचहरी में वकीलों ने एक-दूसरे को तिरंगा बैच लगाकर स्वतंत्रता दिवस की खुशी मनाई। नोटरी अधिवक्ता सुयश कुमार बॉबी ने कोर्ट परिसर में सैकड़ों वकीलों के कोट पर तिरंगा झंडा का चिन्ह लगाया। इस मौके पर संघ के पूर्व अध्यक्ष राकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि आज देश को आजादी में अपनी जान की कुर्बानी देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दें और उनकी कुर्बानियों को याद करना चाहिए। अधिवक्ता विजय प्रताप सिंह ने सभी अधिवक्ताओं को मुबारकबाद दी। पूर्व महामन्त्री महेंद्र कुमार तिवारी, पूर्व महामन्त्री हौसला प्रसाद वर्मा समेत दर्जनों अधिवक्ता मौजूद रहे।