गन्ना बांध रहे श्रमिक को बाघ ने मारा पंजा
लखीमपुर करीब तीन महीने से शांत दिख रहे महेशपुर रेंज में अब फिर से मानव-बाघ संघर्ष क
लखीमपुर : करीब तीन महीने से शांत दिख रहे महेशपुर रेंज में अब फिर से मानव-बाघ संघर्ष की घटना शुरू हो गई है। रविवार को आंवला बीट में गन्ना बांध रहे श्रमिक पर बाघ ने हमला बोल दिया। बाघ उसी गन्ने के खेत में बैठा था, जहां श्रमिक गन्ना बांध रहा था। बाघ के पंजा मारने से श्रमिक का कंधा बुरी तरह लहुलूहान हो गया। हमले के दौरान अन्य श्रमिकों ने शोर मचाया तब बाघ भागा। बाघ देखकर श्रमिकों में भी भगदड़ मच गई। घायल को मितौली सीएससी में भर्ती कराया गया है।
आंवला बीट क्षेत्र के ग्राम डोकरपुर निवासी 32 वर्षीय कमलेश साथियों के साथ गांव के ही राकेश कुमार के खेत में मजदूरी पर गन्ना बांधने गया था। कमलेश बाघ से कुछ दूरी पर ही गन्ना बांध रहा था, तभी गन्ने में छिपे बाघ ने उसके कंधे पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे रेंजर मोबीन आरिफ व वनकर्मियों ने आसपास के इलाके में कांबिग की और बाघ की लोकेशन तलाशी, लेकिन बाघ गन्ने के खेतों में ही कहीं गुम हो गया। खेतों में उसके पगचिह्न मिले हैं। वन कर्मियों ने ग्रामीणों को खेतों में समूह बनाकर जाने, हांका लगाने व पटाखा दगाने की सलाह दी है। उनके मुताबिक, महेशपुर रेंज में कई स्थानों पर बाघों की मौजूदगी बनी हुई है। इसलिए ग्रामीणों को सर्तकता बरतने की जरूरत है। सात लोगों की मौत हो चुकी है बाघ के हमले में
पिछले चार वर्षों में महेशपुर रेंज में बाघ हमलों में सात लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 15 से अधिक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। सैकड़ों पालतू व बेसहारा पशुओं को बाघ अपना निवाला बना चुके हैं। बाघों की मौजूदगी से क्षेत्र में खेती किसानी के कार्य प्रभावित होते हैं। दुधवा-चंदनचौकी मार्ग पर बाघ दिखने से राहगीरों में दहशत दुधवा चंदनचौकी मार्ग पर शनिवार शाम बीच सड़क पर बाघ चहलकदमी करता दिखा। बाघ दिखने से एक बार फिर राहगीरों में दहशत भर गई। बाइक से पलिया वापस जा रहे कोटेदार हसीब, उमेश, संतराम ने बताया कि रेलवे क्रासिग व सूरमा के बीच बाइक की रोशनी में अचानक एक बाघ दिखा तो उन लोगों के होश उड़ गए। तुरंत बाइक रोक ली और खुद को सुरक्षित रखने के लिए रेलवे क्रासिग के पास रुक गए। पीछे से आ रहे कुछ और वाहनों को रोककर उन्हे बताया कि 10 मिनट पहले बाघ सड़क पर दिखा था। यह सुनते ही सभी लोग सहम गए और काफी देर तक रुके रहे। बाद में सभी तेज स्पीड में हार्न बजाते हुए रास्ते को पार किया। दरअसल काफी दिनों से बाघ की मूवमेंट न होने के कारण लोगों का बाइक से पलिया आना जाना बढ़ गया था। लेकिन फिर से बाघ दिखने से लोगों की हिम्मत पस्त हो गई है।