स्वतंत्रता दिवस परेड में मोदी-योगी की योजनाएं बताएंगे आदिवासी
इस बार दिल्ली में होने वाली स्वंतत्रता दिवस परेड में
लखीमपुर : इस बार दिल्ली में होने वाली स्वंतत्रता दिवस परेड में भारत-नेपाल सीमा पर बसे खीरी जिले के दो आदिवासी भी शामिल होंगे। प्रशासन ने तहसील पलिया के बार्डर ग्राम पचपेड़ा से थारु जनजाति के रामकुमार राना, ग्राम बरबटा की सुदामा राना को चुना है।
थारु समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले दोनों प्रतिभागी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य विशिष्ट अतिथियों के समक्ष केंद्र सरकार व उप्र सरकार की योजनाओं से लाभांवित होने के अपने अनुभव को साझा करेंगे। साथ ही थारु जनजाति के पारंपरिक, सांस्कृतिक व आर्थिक उन्नयन से परिचित भी कराएंगे।
डीएम डा. अरविद कुमार चौरसिया ने परियोजना अधिकारी, एकीकृत जनजाति विकास परियोजना, चंदनचौकी यूके सिंह व प्रभारी, सहायक निदेशक सूचना विपिन कुमार को लाइजनिग आफिसर नामित किया है। परियोजना अधिकारी यूके सिंह ने बताया कि 13 अगस्त की सुबह प्रतिभागियों के साथ वह लोग दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
बच्चों को निश्शुल्क ट्यूशन पढ़ाते हैं रामकुमार
थारु जनजाति के रामकुमार का चयन कई मानकों के तहत किया गया है। रामकुमार स्नातक पास हैं और गांव में 25 से 30 बच्चों को निशुल्क कोचिग पढ़ाते हैं। जिस थारु समाज में शिक्षा का दीपक जगमगाने लगा है। बच्चों शिक्षा के प्रति लगाव दिख रहा है। थारु जनजाति के रामकुमार नई पीढ़ी के जागरूक व्यक्ति हैं। उन्होंने सरकार की सभी योजनाओं का लाभ लिया है और उन्हें योजनाओं की बखूबी जानकारी भी है। रामकुमार अपने बच्चों की पढ़ाई के प्रति बेहद जागरूक हैं। थारु समाज में रामकुमार की इतनी अच्छी छवि है कि इस वर्ष पंचायत चुनाव में लोगों के स्नेह का फायदा मिला और वह गांव के प्रधान बन गए। अधिकारी भी रामकुमार की बेहद तारीफ करते हैं।