इकलौते शिक्षक के सहारे कैसे संवरेगा बच्चों का भविष्य
लखीमपुर : बिजुआ ब्लॉक के कुछ शिक्षक शासन के आदेशों को ताखपर रखकर बच्चों के भविष्य
लखीमपुर : बिजुआ ब्लॉक के कुछ शिक्षक शासन के आदेशों को ताखपर रखकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बिजुआ ब्लॉक उच्च प्राथमिक विद्यालय रामालक्षना का है। जहां बच्चे तो स्कूल आते है, मगर अध्यापक कभी समय से नही पहुंचते। विद्यालय में एक अध्यापक की तैनाती है, अगर वे ही समय से विद्यालय नहीं आएंगे तो बच्चे किसके सहारे पढाई करेंगे। जबकि विद्यालय खुलने का समय सुबह नौ बजे निर्धारित किया जा चुका है। इसके बावजूद विद्यालय में तैनात गुरुजी सुबह 10 बजे से पहले नहीं पहुंचते। जब संबंधित अध्यापक राजीव कुमार वर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैं सुबह छुट्टी लेना चाहता था, मगर छुट्टी नहीं मिल सकी जिसके चलते स्कूल आने में लेट हो गया। आगे कहा कि वे स्कूल में इकलौते अध्यापक हैं, कभी-कभी स्कूल के कागज जमा करने होते हैं तो स्कूल छोड़कर जाना मजबूरी है। उधर बीईओ संजय राय ने बताया कि रामालक्षना उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक ही अध्यापक है। वे अवकाश लेना चाहते थे, स्कूल में तालाबंदी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अवकाश न देकर उन्हें तत्काल स्कूल पहुंचने को कहा गया था, हो सकता है इसी वजह से लेट हो गए हों।