पट्टाधारक ने बंद किया बालू खनन, तहसीलदार को सौंपा समर्पण पत्र
लखीमपुर : बालू खनन का कार्य पट्टाधारक ने बंद करते हुए इस संबंध में तहसीलदार को पत्र सौंपा ह
लखीमपुर : बालू खनन का कार्य पट्टाधारक ने बंद करते हुए इस संबंध में तहसीलदार को पत्र सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि उसने लगातार ईमानदारी से कार्य करने का प्रयास किया, लेकिन आस पास चल रही चीजों और दुष्प्रचार की वजह से वह इस कार्य को आगे नहीं करना चाहता और 22 जून से उसे बंद कर रहा है। दरअसल 10 मई को ग्राम खैरहना निवासी बल¨वदर ¨सह को गाटा संख्या 489, 487, 486 और 261 में बालू खनन का अनुज्ञा पत्र डीएम द्वारा जारी किया गया था। हालांकि शुरू से ही आरोप लगते रहे कि खनन प्रस्तावित जगह से न कर कहीं और से किया जा रहा है। इसी बीच एक वाक्या हुआ जिसमें बालू खनन कर जा रही ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब सीओ ने वाहन धीरे करने का इशारा किया तो उसने रफ्तार और बढ़ा दी, काफी दूर तक सीओ की गाड़ी ने उस ट्रॉली का पीछा भी किया, लेकिन रफ्तार तेज होने और किसी हादसे की आशंका के चलते सीओ ने उसे जाने दिया था। हालांकि बाद में एक व्यक्ति को पकड़ा गया था। जिसके पश्चात तहसीलदार द्वारा जांच करवाई गई और पट्टाधारक को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया था। जवाब देते हुए पट्टाधारक ने कहा था कि सीओ वाले प्रकरण की ट्रॉली उनकी नहीं थी, उनका उससे कोई वास्ता नहीं। इस जवाब के कुछ ही दिन बाद अब पट्टाधारक ने तहसीलदार को एक पत्र सौंपा, जिसमें कहा गया है कि वह 22 जून से खनन कार्य पूर्ण रूप से बंद कर रहा है। जबकि उसका खनन पट्टा 10 अगस्त तक वैध है और उसका शुल्क भी जमा है। उसने कहा है कि अब इलाके में हो रहे खनन तथा खनन कार्य में लगी ट्रॉलियों से उसका कोई वास्ता नहीं है। तहसीलदार अनिल कुमार ने बताया कि पत्र मिल गया है। जिसे डीएम को भेजा जाएगा। हालांकि किसी तरह का शुल्क आदि वापस नहीं होगा।