काम पर लौटे सफाई कर्मचारी, प्रशासन ने निपटाया विवाद
ने भी वीरेंद्र भारती के साथ हुई घटना की निदा करते हुए वीरेंद्र के साथ न्याय होने की बात कही। होली के त्योहार को देखते हुए जनहित में सफाई कार्य करने के निर्देश दिए। आला अधिकारियों के आश्वासन पर पालिका कर्मचारी काम पर लौट आए।वार्ता में अधिकारियों के अलावा राजेश वाल्मीकि जितेंद्र सिंह प्रहलाद सिंह संतोष कुमार महेश वाल्मीकि सरनदास पप्पू आकाश सिंह राज वाल्मीकि हरपाल शयाम सिंह सुरेंद्र शरण देवाशीष मुखर्जी सहित सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।
लखीमपुर : लगभग एक हफ्ते तक नगर पालिका परिषद में लिपिक तथा सभासद के बीच गहराए विवाद का फिलहाल समापन हो गया है। प्रशासन के आश्वासन पर सफाई कर्मी भी काम पर लौट आए हैं। पांच दिन पहले बहादुर नगर के सभासद सौरभ सिंह सोनी ने नगरपालिका के लिपिक वीरेंद्र भारती को अधिशाषी अधिकारी आरआर अंबेश के कक्ष में मारा था। इसे लेकर कर्मचारियों ने जहां कलम बंद हड़ताल कर दी थी वहीं सफाई कर्मी भी अपने लिपिक के समर्थन में उतर आए थे और नगरपालिका परिसर में धरना प्रदर्शन करके पूरे शहर का सफाई कार्य भी बाधित कर दिया था एफआइआर दर्ज कराकर सभासद की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे, लेकिन सोमवार को प्रशासन के सहयोग से यह विवाद फिलहाल निपटा दिया गया है।
ईओ आरआर अंबेश ने बताया कि सीओ सदर विजय आनंद से प्रथम दौर की वार्ता उनके कार्यालय में की गई। इसके बाद डीएम के हस्तक्षेप पर 16 सफाई मजदूर व नगर पालिका क्लर्क संवर्ग के प्रतिनिधियों से साथ नगर पालिका सभागार में अमरेश कुमार अतिरिक्त उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई। सभी ट्रेड यूनियन के नेताओं को समझा बुझाकर और शीघ्र कार्रवाई का भरोसा देकर छह दिनों से चल रही हड़ताल को 15 दिनों के लिए स्थगित करा दिया। महादलित परिसंघ के राष्ट्रीय महासचिव चंदन लाल वाल्मीकि के संचालन में कर्मचारियों की भावनाओं को सदन में रखा गया। प्रशासन की ओर से सीओ विजय आनंद ने कहा 15 दिनों में जांच पूरी कर ली जाएगी। दोषी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी। ईओ ने कहा वीरेंद्र भारती के समर्थन में पूरे स्टाफ की संवेदना है। आंदोलन के समय यदि कर्मचारी कार्य बहिष्कार छोड़ दें तो किसी भी कर्मचारियों को कोई नुकसान नहीं किया जाएगा। बैठक के बाद नगर पालिका परिषद अध्यक्ष निरुपमा वाजपेयी ने भी वीरेंद्र भारती के साथ हुई घटना की निदा करते हुए उनके साथ न्याय होने की बात कही। वार्ता में अधिकारियों के अलावा राजेश वाल्मीकि, जितेंद्र सिंह, प्रहलाद सिंह, संतोष कुमार, महेश वाल्मीकि, सरनदास पप्पू, आकाश सिंह, राज वाल्मीकि, हरपाल, श्याम सिंह, सुरेंद्र शरण, देवाशीष मुखर्जी, सहित सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।