बकाया गन्ना भुगतान के लिए किसान करें और कितना इंतजार
लखीमपुर : बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के लिए किसानों का इंतजार लंबा होता चला जा रहा है। उनके
लखीमपुर : बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के लिए किसानों का इंतजार लंबा होता चला जा रहा है। उनके सामने फसलों की बोवाई का संकट है। धान, बीज, खाद सब कुछ नगद खरीदना है और किसानों के पास पैसा न होने की स्थिति में उन्हें सूदखोरों से ब्याज पर रूपया लेना पड़ता है।
उधर गन्ना भुगतान न होने से किसान बाजार में पहुंचकर खरीददारी भी नहीं कर पा रहे और व्यापार भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। गन्ना भुगतान के मुद्दे पर अब तक चुप विपक्षी ने कुछ आवाज जरूर उठाई है। एक दिन पहले ही कांग्रेस द्वारा पूर्व सांसद जफर अली नकवी के नेतृत्व में सहकारी गन्ना विकास समिति में धरना दिया गया था। साथ ही राज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा गया। फिलहाल स्थानीय स्तर पर कोई किसान नेता, जनप्रतिनिधि भुगतान के मुद्दे पर बोलने को तैयार नहीं। इसी वजह से किसान और ¨चतित हैं। बात करें गन्ना मूल्य भुगतान की तो पेराई सत्र 2017-18 में मिल ने 21 मार्च तक का ही भुगतान किसानों को किया है। अभी भी मिल पर बीते सत्र का 8243 लाख रुपया बकाया चल रहा है। इस सत्र में सहकारी समिति को जो कमीशन मिलना चाहिए वह भी मिल नहीं दे सकी है और इस वजह से समिति कर्मचारियों का वेतन भी नहीं निकल पा रहा। चालू पेराई सत्र की बात करें तो अब तक मिल किसानों से करीब 56 लाख ¨क्वटल गन्ना ले चुकी है। जिसके सापेक्ष एक रुपया भी किसानों को भुगतान के रूप में नहीं दिया जा सका है। मिल पर इस सत्र का 18161 लाख रुपया बकाया चल रहा है। सहकारी गन्ना विकास समिति सचिव एके ¨सह का कहना है कि मिल न तो किसानों का भुगतान कर पाई है और न ही समिति को कमीशन ही दिया जा पा रहा है, ऐसे में कर्मचारियों के वेतन आदि का भी संकट पैदा हो रहा है।