पलिया से बेलरायां तक नई रेल लाइन बनाने का काम शुरू
मी पर बनेगा। ----------------------------------------- पहले दौर में बनाए जा रहे हैं पिलर पलिया से बेलरायां तक पहले दौर में निमरण की प्रक्रिया शुरु होगी क्योकि यहां पर नए सिरे से काम होगा इसलिए यहां पहले काम शुरु किया गया है। निमरण के पहले दौर में सीमांकन के लिए पिलर बनाने व उन्हे लगाने का काम शुरु किया गया है। जिससे रेल लाइन की जमीन का निर्धारण हो सके और फिर उसकी नाप करके भूमि को अधिगृहीत करने की प्रक्रिया शुरू की जा सके। पिलर बनाने व लगाने का काम कानपुर की प्रणव जेआईएस टेक्नालोजी प्राइवेट लिमिटेड ने शुरु कर दिया है। इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक ब्रजलाल का कहना है कि उन्हे इस संबंध में कुछ भी नही मालूम है। यह बड़े स्तर का काम है बड़े अधिकारी ही जानते होंगे।
हरीश श्रीवास्तव, पलियाकलां (लखीमपुर): मैलानी -बहराइच रेल प्रखंड को ब्राडगेज बनाने की तैयारी रेलवे ने शुरू कर दी है, लेकिन यह अभी प्राथमिक स्टेज पर है। अलबत्ता उसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। इस रेल लाइन को बनाने में सबसे बड़ी बाधा रहे दुधवा टाइगर रिजर्व से भी निजात पा ली गई है। इसके साथ ही रेल सुविधा से वंचित निघासन को भी रेल सेवा उपलब्ध हो जाएगी। ब्राडगेज लाइन को मैलानी से पलिया और फिर यहां से ढ़ाई किलोमीटर आगे जाकर मलिनिया, मझगई और निघासन व ¨सगाही होते हुए बेलरायां को जोड़ दिया जाएगा। इससे दुधवा नेशनल पार्क का जो हिस्सा इस रूट पर पड़ रहा था वह छूट जाएगा। बेलरायां तक बनेंगे पांच स्टेशन
पलिया से बेलरायां तक बनने वाली रेल लाइन की दूरी 54.70 किलोमीटर है। यहां पर पूरा नया काम होगा। इसके बीच में पांच नए स्टेशन बनाए जाने है। जिसमें पलिया से 8.50 किमी की दूरी पर पहला स्टेशन मलिनिया होगा। इसके बाद मझगई, लोधपुरवा, निघासन व ¨सगाही नया स्टेशन बनाया जाएगा।
रेल लाइन पर बनेंगे सात मेजर पुल
चूंकि यह इलाका नदियों का है और बाढ़ भी आती रहती है। ऐसी दशा में रेल लाइन पर सात मेजर पुल भी बनेंगे। इसमें पहले चार पुल मझगई और लोधपुरवा स्टेशन के बीच बनेंगे जो क्रमश:17.50,18.50, 22.20 व 24.34वें किमी. पर बनेंगे। इसके अलावा दो पुल निघासन व ¨सगाही के बीच बनेंगे जो 41.22 व 46.56 किमी. पर होंगे। एक पुल ¨सगाही और बेलरायां स्टेशन के बीच 48.15वें किमी पर बनेगा।
पहले दौर में बनाए जा रहे हैं पिलर
पलिया से बेलरायां तक पहले दौर में निर्माण की प्रक्रिया शुरु होगी। क्योकि यहां पर नए सिरे से काम होगा इसलिए यहां पहले काम शुरु किया गया है। निमरण के पहले दौर में सीमांकन के लिए पिलर बनाने व उन्हे लगाने का काम शुरू किया गया है। जिससे रेल लाइन की जमीन का निर्धारण हो सके और फिर उसकी नाप करके भूमि को अधिगृहीत करने की प्रक्रिया शुरू की जा सके। पिलर बनाने व लगाने का काम कानपुर की प्रणव जेआईएस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड ने शुरु कर दिया है।
इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक ब्रजलाल का कहना है कि उन्हे इस संबंध में कुछ भी नही मालूम है। यह बड़े स्तर का काम है, बड़े अधिकारी ही जानते होंगे।