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पल्स ऑक्सीमीटर खरीद में तथ्य छिपा रहा पंचायतीराज विभाग

पंचायतीराज विभाग पर कोरोना काल में पल्स ऑक्सीमीटर की खरीद में गड़बड़ी करने के आरोप लग रहे हैं। सभी ग्राम पंचायतों से ली जा चुकी है फीडिग तैयार नहीं हो पा रही रिपोर्ट।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 10:24 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 10:24 PM (IST)
पल्स ऑक्सीमीटर खरीद में तथ्य छिपा रहा पंचायतीराज विभाग

लखीमपुर : शौचालय निर्माण में घपलेबाजी के लिए बदनाम पंचायतीराज विभाग पर अब कोरोना काल में पल्स ऑक्सीमीटर की खरीद में गड़बड़ी करने के आरोप लग रहे हैं। कारण यह कि अभी तक महकमा पल्स ऑक्सीमीटर खरीद की वह रिपोर्ट नहीं तैयार कर पाया है, जिसे समीक्षा के लिए शासन स्तर से मांगा जा रहा था। इसे लेकर डीडी पंचायतीराज एके सिंह ने हाल में प्रभारी डीपीआरओ मनोज यादव को प्रतिकूल प्रविष्टि दी थी।

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शासन स्तर से ग्राम पंचायतों को निर्देश था कि राज्य व 14वें वित्त के बजट से कोरोना जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर खरीदें। इस खरीद की समीक्षा के लिए पिछले दिनों शासन में बैठक हुई थी। डीडी पंचायतीराज पहुंचे थे, लेकिन लखीमपुर खीरी जिले से रिपोर्ट न मिलने से यहां की समीक्षा नहीं हो पाई थी। बताया जा रहा है कि पिछले पांच दिन से पंचायतीराज विभाग के अधिकारी यह रिपोर्ट जुटा रहे हैं। लगभग ग्राम पंचायतों में खरीद प्रक्रिया को ट्रेस भी कर लिया गया है, लेकिन अधिकारी रिपोर्ट नहीं भेज पा रहे हैं। दबी जुबान कहा जा रहा है कि कई ग्राम पंचायतों में पल्स ऑक्सीमीटर नहीं खरीदा गया है। जबकि बिल-बाउचर लगातार बनाए जा रहे हैं। कोरोना काल में उपकरणों की खरीद में गड़बड़ी की अधिकारियों को भी जानकारी है, लेकिन कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं। प्रभारी डीपीआरओ मनोज यादव का कहना है कि रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जल्द ही शासन को भेजी जाएगी।


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