प्रवेश वर्जित, फिर भी धड़ल्ले से गुजर जाते हैं वाहन
हनों के प्रवेश पर अस्थायी रोक लगा दी। इधर गौरीफंटा रोड पर निर्माण कार्य होने की वजह से ज्यादातर वाहन चंदनचौकी से निकलने लगे और इस तरह से पुलिया पर दबाव भी बढ़ता जा रहा है। जो हादसे को खुला निमंत्रण है। यहां से छोटे बड़े वाहनों का काफिला रोज निकलता है। वर्तमान में पुलिया दो फिट धस चुकी है जबकि फाउंडेशन भी गड्ढों में तब्दील हो चुका है। लोक निर्माण विभाग द्वारा एक बोर्ड अवश्य लगाया गया है कि पुलिया क्षतिग्रस्त है भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित है, लेकिन फिर भी बड़े वाहन यहां से निकलते हैं। इस संबंध में पीडब्लूडी जेई राजेश वर्मा ने बताया कि निर्माण का स्टीमेट भेजा जा चुका है। स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि 15 दिन के भीतर काम प्रारंभ हो जाएगा।
लखीमपुर : दुधवा चंदनचौकी मार्ग पर पोंगरा नाले की पुलिया हादसे को दावत दे रही है। लंबे समय से इस पुलिया के निर्माण की मांग व जरूरत महसूस होने के बावजूद कार्य नहीं हो पा रहा। दरअसल दो वर्ष पहले बारिश के सीजन में पुलिया की जर्जरता को लेकर दैनिक जागरण में खबर प्रमुखता से छपी तो संबंधित विभाग जागा और आनन- फानन पुलिया को ढहा दिया गया था। तब यहां पर अस्थायी रूप से काम कर पुलिया दुरुस्त कर दी गई थी और कहा गया था कि बारिश के बाद नई पुलिया का निर्माण प्रारंभ कर दिया जाएगा, लेकिन दो वर्ष बीतने के बाद भी अब तक यहां पुलिया बनाने का काम प्रारंभ नहीं हो सका है। इतना जरूर हुआ कि विभाग ने यहां से बड़े वाहनों के प्रवेश पर अस्थायी रोक लगा दी। इधर गौरीफंटा रोड पर निर्माण कार्य होने की वजह से ज्यादातर वाहन चंदनचौकी से निकलने लगे और इस तरह से पुलिया पर दबाव भी बढ़ता जा रहा है। जो हादसे को खुला निमंत्रण है। यहां से छोटे बड़े वाहनों का काफिला रोज निकलता है। वर्तमान में पुलिया दो फिट धस चुकी है जबकि फाउंडेशन भी गड्ढों में तब्दील हो चुका है। लोक निर्माण विभाग द्वारा एक बोर्ड अवश्य लगाया गया है कि पुलिया क्षतिग्रस्त है भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित है, लेकिन फिर भी बड़े वाहन यहां से निकलते हैं। इस संबंध में पीडब्लूडी जेई राजेश वर्मा ने बताया कि निर्माण का स्टीमेट भेजा जा चुका है। स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि 15 दिन के भीतर काम प्रारंभ हो जाएगा।