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प्रदेश ही नहीं कई राज्यों में अपनी पहचान बनाए है देशी गुड़ मंडी

लखीमपुर): निघासन कस्बा में संचालित देशी गुड़ की मंडी जो कि पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि कई

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 12:17 AM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 12:17 AM (IST)
प्रदेश ही नहीं कई राज्यों में अपनी पहचान बनाए है देशी गुड़ मंडी
प्रदेश ही नहीं कई राज्यों में अपनी पहचान बनाए है देशी गुड़ मंडी

लखीमपुर): निघासन कस्बा में संचालित देशी गुड़ की मंडी जो कि पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि कई प्रदेशों में अपनी पहचान बनाए हुए है। इसी पहचान के चलते गुड़ के बड़े-बड़े व्यापारियों की आमद भी बनी रहती है। बड़ी गुड़ मंडी होने से क्षेत्र में कोल्हुओं की संख्या भी बहुत है। जिससे काफी लोगों को रोजगार भी मिला है। निघासन के बेलरायां पनवारी राज्य मार्ग पर सप्ताह के मंगलवार व शनिवार को लगने वाली गुड़ मंडी जो कि लंबे समय से काफी मशहूर है। जहां पर गुड़ खरीदने के लिए राजस्थान, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश सहित कई प्रदेशों के व्यापारी शीतकालीन सीजन में आते हैं और बड़े पैमाने पर देशी गुड़ को खरीदारी कर ले जाते हैं।

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उपलब्धियां

ग्राम पंचायत में 30 सोलर लाइट लगी हैं। 21 गांवों में बिजली की लाइन है और अधिकतर घरों में बिजली भी पहुंच गई है। इसके अलावा करीब अस्सी इंडिया मार्का हैंडपंप हैं। ग्राम प्रधान गीता देवी बताती हैं कि ग्राम पंचायत के हर गांव को विकास कार्यों से जोड़ने के लिए कई प्रस्ताव तैयार हैं, लेकिन बजट के अभाव से कार्यों में दिक्कत आ रही है। ओवर टैंक से नियमित पानी की सप्लाई गांव-गांव पहुंचे इसके लिए भी बड़ी तेजी से काम चल रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में पांच प्राथमिक विद्यालय व दो इंटर कॉलेज संचालित है इसके अलावा पंचायत में अंग्रेजी माध्यम के प्राइवेट विद्यालयों की सुविधा है। इसके साथ ही तीन प्रसिद्ध मंदिर व दो मस्जिदों के साथ एक गुरुद्वारा भी स्थित है।

इन पर है नाज

गांव के पहले प्रधान दयाशंकर पांडेय हुए थे। दस सालों की सेवा के बाद प्रधानी करने का अवसर बच्चा लाल दीक्षित को मिला था। आजादी के बाद पहली बार हांथ उठाकर बने पहले ग्राम प्रधान ने गांव में इंटर कॉलेज बनाए जाने की मांग की थी। जिनके प्रयास से बने कॉलेज में करीब वर्तमान में चार हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसके अलावा गांव में विवाद न हो इसके लिए वह समय समय पर गांवों में जाकर लोगों से समस्या पूछा करते थे। इसी ग्राम पंचायत के बस्ती पुरवा निवासी विनोद कुमार मौर्य जो कि अपर जिलाधिकारी के पद पर पहुंच कर सीतापुर जनपद में गत वर्ष ही रिटायर्ड हुए हैं। इसके भजनपुरवा के रहने वाले सुनील कुमार मौर्य पुत्र अंबिका प्रसाद ने शुरुआत की शिक्षा जिला पंचायत इंटर कॉलेज से ग्रहण करते कड़ी मेहनत के बलबूते ओमान जैसे देश में जाकर प्रोफेसर पद हासिल किया है। इसी तरह नकटहा के राजीव चतुर्वेदी ने आर्मी में रहकर सेवा की ओर अब रिटायर्ड हो गए है। यही के निवासी वैद्यराज पांडेय ने अपने जड़ी बूटियों के ज्ञान से काफी लोगों को पुन: जीवन दिया है जिनकी दवाओं की चर्चा काफी दूर दूर तक बनी हुई है। इसके अलावा यही के जगन्नाथ प्रसाद ने प्राथमिक शिक्षक के पद पर रहते अपनी दोनों पुत्रियों को पुलिस में भर्ती करा कर गांव का नाम आगे बढ़ाया है।

यह हो तो बन बात

जल निकासी न होने से कई में जलभराव के हालात बने रहते हैं। गांव की साफ सफाई के लिए कोई सफाई कर्मी नही है। नालियों के अभाव से गंदा पानी गांवों से मुख्यालय जाने वाले मार्गो पर भरा रहता है जिससे काफी समस्या बनी रहती है।

आधारभूत ढांचा

ग्राम पंचायत निघासन काफी बड़ी पंचायत है। यहां की आबादी करीब पंद्रह हजार है और दस हजार मतदाता है। इसी पंचायत के क्षेत्र फल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, ब्लाक कार्यालय,कोतवाली, सीओ कार्यालय, ब्लाक संसाधन केंद्र रजिस्ट्री कार्यालय, तहसील मुख्यालय तथा 132 केवी पवार हाउस के अलावा चार सीबीएससी बैंकें भी मौजूद हैं। इसके अलावा पीएम हाउस, दुधवा पर्यटक केंद्र, मुंसिफ कोर्ट भी बनकर तैयार है जिसके चालू होने की राह है।


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