मलेरिया-डेंगू पर काबू, शून्य हुए फाइलेरिया के मरीज
लखीमपुर: ओपीडी के आंकड़े बता रहे हैं कि हर रोज आने वाले मरीजों में मच्छर जनित बीमा
लखीमपुर: ओपीडी के आंकड़े बता रहे हैं कि हर रोज आने वाले मरीजों में मच्छर जनित बीमारियों के मरीज न के बराबर हैं। सुबह से शाम तक करीब 14 सौ की ओपीडी में 80 मरीज बुखार के आते हैं। लेकिन इसमें इक्का-दुक्का ही मरीज मलेरिया के निकल रहे हैं। इसके अलावा फाइलेरिया डेंगू या चिकनगुनिया शून्य है।
मालूम हो कि मलेरिया विभाग ने पिछले दिनों ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जहां एंटी लारवा का छिड़काव कराया है वही नगर पालिका परिषद की ओर से भी शहर के कुछ क्षेत्रों में ही सही, लेकिन फा¨गग कराई गई है इसका बहुत बड़ा असर भी हुआ कि मच्छरों से होने वाली बीमारियां कम हुई। अस्पताल में इक्का-दुक्का मरीज ही मलेरिया के मिल रहे हैं वह भी कभी कभार। जिला मलेरिया अधिकारी एसके वर्मा बताते हैं कि अब तक 24 हजार 59 स्लाइड बनाई गई हैं। लगभग 65 मरीज बुखार के मिले थे। करीब चार रोज पहले विकासखंड नकहा में 15 स्लाइड्स बनाई गई जिसमें एक मरीज मलेरिया या का मिला वह भी अब स्वस्थ है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल डॉ. आरके वर्मा की माने तो अस्पताल में हर रोज करीब ढाई सौ की जांच होती है। जिसमें पिछले दिनों में अभी कहीं कोई मरीज मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया या मच्छर जनित अन्य बीमारियों का नहीं मिला। वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. रामसेवक माधौरिया बताते हैं कि जैसे-जैसे तापमान कम होता जाएगा मच्छर की तादात वैसे भी कम होती जाएगी। लेकिन इसके लिए बेहतर है कि लोग मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें और पूरी बांह के कपड़े पहने। यदि आसपास कहीं जलभराव है तो उसका निवारण करें। हल्का भी बुखार है तो तत्काल जिला अस्पताल में या पड़ोस का जो भी सरकारी अस्पताल हो वहां जांच अवश्य करानी चाहिए।