चलते फिरते अस्पताल से मिलेगा ग्रामीणों को इलाज
जिले को शासन की ओर से तीन मोबाइल चिकित्सा वैन दी गई है। जिनमें इलाज के लिए इमरजेंसी सेवाओं से लेकर सभी प्रकार की चिकित्सा सेवा मौजूद रहेगी। इनमें एक डॉक्टर एक फार्मासिस्ट स्टाफ नर्स वार्ड बॉय के स्टाफ के अलावा एक ड्राइवर होगा।
लखीमपुर : जिले को शासन की ओर से तीन मोबाइल चिकित्सा वैन दी गई हैं। इनमें इलाज के लिए इमरजेंसी सेवाओं से लेकर सभी प्रकार की चिकित्सा सेवा मौजूद रहेगी। इनमें एक डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, वार्डब्वॉय के स्टाफ के अलावा एक ड्राइवर होगा। इसमें ऑक्सीजन व ऑपरेशन की सुविधा के साथ मरीजों की जांच भी मुफ्त होगी। कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम शैलेंद्र ¨सह की मौजूदगी में सांसद अजय मिश्र टेनी ने गुरुवार को इनमें से एक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि इस वैन के अंदर मरीजों की सारी चिकित्सा व्यवस्था होगी। जो प्रत्येक ब्लॉक पर अलग-अलग दिनों में भ्रमण करेगी। सीएमओ ने बताया कि जिले में यह मोबाइल चिकित्सा ऐसे क्षेत्रों में जाएगी जहां से ग्रामीणों का अस्पताल पहुंच पाना मुश्किल होता है। प्रत्येक ब्लॉक के 12-12 गांव चयनित किए जाएंगे। इस मोबाइल वैन को सचल चिकित्सा इकाई (मोबाइल मेडिकल यूनिट) के नाम से जाना जाएगा। जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में जहां लोग प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक नहीं पहुंच सकते हैं वहां या मोबाइल मेडिकल यूनिट अपनी सेवाएं देगी। -----------------------------
यह होगा मोबाइल मेडिकल यूनिट में
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट में रोजमर्रा की बीमारियों की दवाएं, ओपीडी सेवाएं, खून पेशाब की जांच, 116 प्रकार की दवाएं होंगी, जिसके द्वारा लोगों की चिकित्सा की जा सकेगी। पूरी तरह डिजिटल सेवाओं से लैस में थंब इंप्रेशन के द्वारा मरीजों का पंजीकरण किया जा सकेगा। बीमारी से संबंधित सूचनाएं कंप्यूटर पर रहेंगी। गंभीर रोगियों को रेफर किया जा सकेगा। सांसद अजय मिश्र टेनी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की स्वास्थ्य संबंधी नीतियों के तहत जिले को तीन मोबाइल मेडिकल वैन दी गई हैं।
दो एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी मिलीं
सचल चिकित्सा इकाई के साथ जिले को दो एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी मिली है। जिनमें वेंटिलेटर की सुविधा भी मौजूद है। मोबाइल मेडिकल वैन तथा एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस को रवाना करने के मौके पर सदर विधायक योगेश वर्मा, श्रीनगर विधायक मंजू त्यागी के अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरपी दीक्षित, डॉ. अश्विनी कुमार, डॉ. एके चौधरी, जिला शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन मिश्रा समेत स्वास्थ्य विभाग के अनेक लोग मौजूद रहे।