अफवाहों के बीच कालाबाजारी, कई चीजों के रेट बढ़े
शहर में सक्रिय मिलावट खोर व कालाबाजारी कोई भी अवसर छोड़ना नहीं चाहते ।
लखीमपुर: शहर में सक्रिय मिलावट खोर व कालाबाजारी कोई भी अवसर छोड़ना नहीं चाहते । कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच संपूर्ण लाकडाउन की चर्चा को भी अब इन्होंने लोगों को लूटने का नया हथियार बना लिया है। बाजार में कई जरूरी चीजों के दाम अभी से बढ़ने लगे हैं जबकि पीछे से उनकी आवक में कोई भी दिक्कत अभी है न आगे होने वाली है। इनमें गुटखा के अलावा रिफाइंड और रोजमर्रा की तमाम चीजें शामिल है। उधर प्रशासन का ध्यान इस ओर गया ही नहीं है क्योंकि वह तो चुनाव और कोरोना वायरस को रोकने में जुटा है। सबसे ज्यादा दिक्कत और ओवर रेटिग किराना के सामान व गुटखा, सिगरेट को लेकर है। दो गुने से ज्यादा दाम गुटखा पर अभी से बढ़ गए हैं जबकि रिफांड, सरसों का तेल, मसाले पर भी खासे दाम बढ़कर लोगों को बेंचा जा रहा है।
ओयल: कस्बे के किराना के थोक व बड़े व्यापारियों ने खाद्य सामग्री पुड़िया , सिगरेट , तम्बाकू , रिफाइंड ऑयल , कड़वा तेल , घी सहित अन्य खाद्य सामग्रियों पर पैसे बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। बड़े व्यापारी ही अफवाह भी फैला रहे हैं कि जल्द ही फुल लॉकडाउन की घोषणा होने वाली है । माल ऊपर से ही महंगा मिल रहा है कि धौंस दिखा छोटे दुकानदारों सहित ग्राहकों को भी ठगना शुरू कर दिया है। आलम यह है कि छोटे व ग्रामीण दुकानदार गांवों में समान ले जाने से कतराने लगे हैं । लगभग अभी से ही हर खाद्य सामग्री पर 25 से 50 रुपये तक महंगा समान बेचने लगे । अलीगंज: कस्बा सहित आस पास इलाके में थोक दुकानदारों ने लाकडाउन की आशंका से जमा खोरी कर तंबाकू युक्त सभी प्रकार के गुटखा पर मनमानी करते हुए दाम बढ़ा दिए हैं। इन दुकानदारों द्वारा जमा कर उपभोक्ताओं का शोषण किया जा रहा है। जबकि शासन द्वारा सप्ताहिक रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन के दिशा निर्देश जारी करने के साथ हर जरूरी सामान की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही गई है। इसके बावजूद जमाखोर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। जिसके चलते उपभोक्ताओं का शोषण किया जा रहा है।अधिकारी उदासीन हैं जिम्मेदार की सुनिए
इस बारे में जब जिलाधिकारी खीरी से संपर्क किया गया तो बताया अगर ऐसा हो रहा है तो गलत है कल ही मैं डीएसओ को भेजता हूं। अगर कोई भी दुकानदार गलत पैसे ग्राहकों से वसूल कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।