मलेरिया विभाग ने बनाईं 24049 स्लाइडें, अब तक मिले सौ रोगी
लखीमप र : ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम्य स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पोषण समितियां खुली बैठक करके ग्रामीण
लखीमप र : ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम्य स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पोषण समितियां खुली बैठक करके ग्रामीणों को मलेरिया के प्रति जागरूक कर रही हैं। इसके साथ ही मलेरिया विभाग की टीम ने अबतक प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से पूरे जिले में 24049 स्लाइडें बनाई हैं, जिसके माध्यम से अब तक सौ रोगी मलेरिया के पाए गए हैं, जिनका इलाज भी किया गया है। जिला मलेरिया अधिकारी एसके वर्मा ने बताया कि पूरे जिले में जिला अस्पताल के साथ सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कुल 23500 रैपिड टेस्ट किट, जिसके द्वारा मलेरिया की जांच की जाती है, पहुंचाई जा चुकी है। इसके अलावा क्लोरोक्वीन व प्राइमाक्वीन आदि दवाएं भी भेजी जा चुकी हैं।
बेहजम : ग्रामीण इलाकों में मच्छरजनित बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग बेहजम सी एससी प्रभारी डा0 अनिल वर्मा ने बताया कि जब किसी गाँव में मलेरिया का प्रकोप होता है, तो दवा का छिड़काव होता है7 इसके अलावा स्वास्थ्य समितियां बैठक करके इस बात का रिकॉर्ड बनाती हैं कि मलेरिया के रोगी कहां-कहां हैं।
महेवागंज : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फूलबेहड़ के प्रभारी ने बताया कि स्वास्थ्य समितियां क्षेत्र में लगातार काम कर रही हैं। स्वास्थ्य के लिए प्रत्येक ग्राम सभा क लिए दस हजार रुपया आता है। समितियां उसे कई कार्यों में खर्च कर सकती हैं।
पसगवां : मलेरिया सहित अन्य संक्रामक रोगों से बचाव को लेकर कोई भी अभियान नही चलाया जा रहा है। स्वच्छता समिति सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। जमीनी स्तर पर मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए न ही नालियों की सफाई करायी जा रही न ही फा¨गग। नगर पंचायत बरवर में फा¨गग मशीन सिर्फ शोपीस बनी हुई है।
फूलबेहड़ : मच्छरजनित बीमारियों की रोक थाम के इंतजाम स्वास्थ विभाग द्वारा अभी तक नहीं कराए गए हैं। कई जगह जलभराव के चलते मच्छरों की भरमार है। इलाके के किसी भी गांव में अभी तक फा¨गग नहीं कराई गई है। जिसके चलते क्षेत्र में लोग बुखार से जूझ रहे हैं।
कस्ता : मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप काफी मात्रा में फैला हुआ है। प्रत्येक गांव में बुखार को लेकर काफी मरीज ग्रसित हैं ¨कतु स्वास्थ्य एवं पोषण समिति द्वारा अब तक कोई भी छिड़काव की व्यवस्था नहीं की गई है।