यूपी के इस जिले में बंद होंगे मदरसे, स्कूलों में शिफ्ट कराए जाएंगे 23 हजार बच्चे
जिले में चल रहे मदरसे अब बंद होंगे। हाईकोर्ट के आदेश के बाद जिले में इसकी आहट सुनाई देने लगी है। कोर्ट के आदेश का पालन कराना शासन की प्राथमिकता में है। अधिकारियों का कहना है कि मदरसों में इन दिनों कुल 23 हजार बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। मदरसों के बंद होने की स्थिति में इन सभी बच्चों को नए सत्र से सरकारी स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा।
संवादसूत्र, लखीमपुर। जिले में चल रहे मदरसे अब बंद होंगे। हाईकोर्ट के आदेश के बाद जिले में इसकी आहट सुनाई देने लगी है। कोर्ट के आदेश का पालन कराना शासन की प्राथमिकता में है। अधिकारियों का कहना है कि मदरसों में इन दिनों कुल 23 हजार बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।
मदरसों के बंद होने की स्थिति में इन सभी बच्चों को नए सत्र से सरकारी स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा। दूसरी तरफ इन स्कूलों में पढ़ाने वाले वह शिक्षक असमंजस में हैं कि उनको अब कहां समायोजित किया जाएगा, क्योंकि यह शिक्षक उर्दू माध्यम से बच्चों को पढ़ाते हैं।
जिले में इस समय 256 मदरसा चल रहे हैं। इनमें से 214 मदरसा सक्रिय हैं। इन मदरसों का यू-डायस कोड निर्धारित है और कोड पर मदरसा को लेकर डाटा भी फीड किया गया है। जिले में 42 मदरसा ऐसे हैं, जिन्होंने यू-डायस कोड अलाट नहीं कराया है।
हाईकोर्ट का आदेश आने के बाद जिले में चल रहे मदरसों के संचालन पर बादल मंडरा रहे हैं। अगर जिले में सहायता प्राप्त मदरसों को देखा जाए तो यह दो मदरसा हैं। इनमें एक धौरहरा में और एक श्रीनगर में चल रहा है। इन स्कूलों में 31 शिक्षक हैं, जिनको सरकार से वेतन दिया जाता है।
वहीं इन स्कूलों में करीब 1600 बच्चे पढ़ रहे हैं। जिले में चल रहे अगर सभी मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या देखी जाए तो यह करीब 23 हजार के आसपास हैं। किन बच्चों को स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा, इसको लेकर अभी जिले के अफसर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रोहित कुमार का कहना है कि शासन का जो भी निर्देश होगा, जिले में उसका पालन कराया जाएगा। बच्चों को नए सत्र से सरकारी स्कूलों में शिफ्ट कराया जाएगा।