तो बाघ से संघर्ष में हुई थी तेंदुए की मौत
को उसे सुबह छह बचे उसे पोस्टमार्टम के लिए आईवीआरआई बरेली भेजा गया। वहां पर डॉ. करिकरन व डॉ. पावड़े ने तेंदुए का पोस्टमार्टम किया। पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण शरीर पर गहरे घाव व उससे अधिक खून रिसना बताया गया है और ऐसा तब होता है जब किसी बड़े हिसक जानवर से उसका संघर्ष हुआ हो। पार्क वार्डन एसके अमरेश ने बताया कि तेंदुए का पोस्टमार्टम हो गया है और उसकी मौत का कारण उसके शरीर पर मिले गहरे घाव रहे है।
लखीमपुर : दुधवा नेशनल पार्क के सठियाना रेंज के कक्ष संख्या दो में शनिवार को एक तेंदुए का शव मिला था। शव पर कई गहरे घाव थे तथा कई जगह से मांस को खाया गया था। शव के पास बाघ से संघर्ष के चिन्ह भी मिले। माना जा रहा है कि तेंदुए की मौत बाघ के साथ संघर्ष में हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी तेंदुए की मौत गहरे घाव व ज्यादा खून बहने से हुई बताई गई है।
सठियाना रेंज के वन दारोगा रामेश्वर शनिवार को पूर्वान्ह अपनी टीम के साथ जंगल में गश्त पर थे। गश्त के दौरान जिस जगह पर कैमरा ट्रैप लगाया गया, वहां पहुंचे तो उन्हे किसी जानवर के मरने की बदबू आई। उन्होंने तलाश किया तो करीब 150 मीटर दूर एक तेंदुए का अधखाया शव पड़ा था। जहां शव था वहां पर संघर्ष के भी काफी निशान थे। वहां पर बाघ के होने के भी चिन्ह मिले। फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक व पार्क उपनिदेशक मनोज सोनकर मौके पर पहुंचे और इलाके का निरीक्षण किया। क्षेत्र में मेटल डिटेक्टर से भी जांच की गई लेकिन, आसपास कोई भी खुड़का आदि नहीं मिला। डॉग स्क्वायड से भी परीक्षण कराया गया पर कोई भी संदेहास्पद वस्तु नहीं मिली। तेंदुए के शरीर के सभी अंग नाखून व दांत आदि सुरक्षित मिले। रविवार सुबह छह बजे तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए आइवीआरआइ (भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान) बरेली भेजा गया। वहां पर डॉ. करिकरन व डॉ. पावड़े ने तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम किया। पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण शरीर पर गहरे घाव व उससे अधिक खून रिसना बताया गया है और ऐसा तब होता है जब किसी बड़े हिसक जानवर से उसका संघर्ष हुआ हो। पार्क वार्डन एसके अमरेश ने बताया कि तेंदुए का पोस्टमार्टम हो गया है और उसकी मौत का कारण उसके शरीर पर मिले गहरे घाव रहे है।