रिमांड पूरी होने से एक दिन पहले ही जेल भेजा गया आशीष
लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपित केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को जेल भेजा गया।
लखीमपुर : लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपित केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को गुरुवार देर शाम पुलिसिया पूछताछ के बाद चिकित्सीय परीक्षण कराकर वापस जेल भेज दिया गया। आशीष की 15 अक्टूबर सुबह दस बजे तक रिमांड थी, लेकिन उसके पहले ही उन्हें जेल भेज दिया गया।
पिछले दो दिन से खीरी कांड के मुख्य आरोपित आशीष मिश्र को एसआइटी अपने साथ रखकर क्राइम ब्रांच के दफ्तर में सघन पूछताछ कर रही थी। इसी घटनाक्रम में बुधवार को इस मामले में एक दिन पहले गिरफ्तार किए गए लखनऊ के कांट्रेक्टर अंकित दास उनके ड्राइवर शेखर भारती व गनर लतीफ उर्फ काले को साथ लेकर एसआइटी ने गुरुवार को उस पूरी घटना का रीक्रिएशन कराया। जिसमें सभी चारों आरोपितों को घटना स्थल पर ले जाया गया था और उनसे उस दिन क्या हुआ था?
कैसे हुआ था? इस पर सघन पूछताछ हुई। इस घटनाक्रम के बाद गुरुवार की देर शाम खीरी कांड के मुख्य आरोपित आशीष मिश्र को एक बार फिर एसआइटी ने जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है। जेलर पंकज सिंह ने बताया कि आशीष मिश्र पुलिस रिमांड पर थे जिनको गुरुवार की शाम करीब सवा सात बजे वापस जेल में दाखिल कर दिया गया है जबकि इस मामले के तीन अन्य आरोपितों अंकित दास, शेखर भारती, लतीफ उर्फ काले से एसआइटी पुलिस लाइन में बने क्राइम ब्रांच के दफ्तर में लगातार पूछताछ कर रही है।
रमन को किसी पार्टी से न जोड़ें : पवन कश्यप तिकुनिया कांड में अपनी जान गंवाने वाले पत्रकार रमन कश्यप के भाई पवन कश्यप ने कहा है कि रमन किसी पार्टी विशेष से जुड़े नहीं थे। इसलिए क्षेत्र में कैंडल मार्च व श्रद्धांजलि सभा में राजनीतिक पार्टी रमन की फोटो न लगाएं। यदि ऐसा हुआ तो उन्हें कानून का सहारा लेना पड़ेगा। मृतक पत्रकार रमन कश्यप के भाई पवन ने यह भी कहा की कैंडल मार्च व श्रद्धांजलि सभा में सभी मृतकों की फोटो होगी तो और उसमें रमन की फोटो होने से उन्हें कोई एतराज नहीं है। खीरी कांड में पुलिस की भूमिका संदिग्ध : योगेश गुरुवार को वायरल हुए वीडियो में सदर विधायक योगेश वर्मा लखीमपुर खीरी कांड को लेकर पुलिस पर सवाल उठाते नजर आए। वायरल वीडियो में सदर विधायक ने कहा कि इस घटना में पत्रकार रमन कश्यप और श्यामसुंदर निषाद को जिस तरह से जीवित दिखाया गया और पुलिस अभिरक्षा में दिखाया गया। उसके बाद उन दोनों के शव बरामद हुए तो आखिर पुलिस क्या करती रही और जिदा आदमी कैसे मर गए। विधायक ने कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और जो भी दोषी होगा उसे गिरफ्तार किया जाएगा। विधायक ने इस घटना में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं को भी इंसाफ दिलाए जाने की बात कही।