ट्राई साइकिल तो मिल गई अब घर और रोजगार चाहिए
लखीमपुर: राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में मौजूद दिव्यांगों को ट्राई साइकिल कैलिपर व अन्य
लखीमपुर: राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में मौजूद दिव्यांगों को ट्राई साइकिल कैलिपर व अन्य उपकरण मिलने पर ़खुशी जरूर थी। लेकिन उनकी आंखों में एक स्थाई घर या ठिकाने की भी उम्मीद दिखाई दी। इन दिव्यांगों ने कहा कि ट्राई साइकिल तो मिल गई, लेकिन यदि घर भी मिल जाए तो और अच्छा हो। शाहपुरा कोठी रहने वाले अजय मिश्रा का दो साल पहले एक्सीडेंट में बाया पैर टूट गया था। उन्होंने कहा कि शासन की ओर से रोजगार का प्रबंध भी होना चाहिए। ग्राम अटकोनवा के 42 वर्षीय अवधेश प्रताप का कहना है कि वे भूमिहीन हैं, उनके पास आवास नहीं है। उन्हें ट्राई साइकिल मिल गई है, यदि आवास भी मिल जाए तो बेहतर हो। विकास खंड कुंभी के ग्राम बेला बोझी निवासी 35 वर्षीय तिलक राम के भी पैर में पोलियो है, वे पान की दुकान करते हैं। उनका भी कहना है कि वह पूरी तरह भूमिहीन हैं, रहने का कोई ठिकाना नहीं है। सरकार से यदि आवास भी मिल जाए तो बेहतर हो। विकासखंड गोला के गांव लखन जत्ती निवासी 25 वर्षीय कांति देवी को भी जन्म से पोलियो है। उनके दोनों पर बेकार हैं ट्राई साइकिल मिलने पर उन्होंने खुशी जताई। इससे लोगों को लाभ मिला है, लेकिन उनके पास रहने के लिए न आवास है और न शौचालय है। जमुनहा निवासी 30 वर्षीय आराधना देवी के भी दोनों पैरों में फालिज अटैक के कारण वे नहीं चल सकती, सरकार रोजगार की तरफ भी गौर करे।